बक्सर : गैस सब्सिडी की राशि सीधे एकाउंट में जाने से जहां ज्यादातर लोगों के लिए सुविधा है वहीं, कुछ उपभोक्ताओं यह परेशानी का सबब बन गया है. दरअसल जिले में जब से गैस सब्सिडी की राशि बैंक एकाउंट में डाली जा रही है, तब से लगभग दो सौ ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्हें गैर सब्सिडी […]
बक्सर : गैस सब्सिडी की राशि सीधे एकाउंट में जाने से जहां ज्यादातर लोगों के लिए सुविधा है वहीं, कुछ उपभोक्ताओं यह परेशानी का सबब बन गया है. दरअसल जिले में जब से गैस सब्सिडी की राशि बैंक एकाउंट में डाली जा रही है, तब से लगभग दो सौ ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्हें गैर सब्सिडी का सिलिंडर का उठाव करना पड़ रहा है,
जिससे उन्हें हजारों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक लगभग दो सौ रुपये के हिसाब से औसतन छह माह की सब्सिडी राशि बकाया है. इस तरह लगभग अब तक ढाई लाख रुपये की गैस सब्सिडी राशि उपभोक्ताओं का बकाया है. बावजूद एजेंसी उदासीन बनी हुई है.आलम यह है कि कई ऐसे उपभोक्ता हैं,
जिन्होंने गैस सब्सिडी के लिए एजेंसी में 10 बार आवेदन कर चुके हैं, लेकिन फिर भी उन्हें राशि नहीं मिल पायी है, जिससे उपभोक्ताओं को अपनी जेब से सरकारी सब्सिडी का बोझ उठाना पड़ रहा है. वहीं, इसे लेकर एजेसियां भी सुस्त पड़ी हुई हैं.
एजेंसी में फिर से दें आवेदन : कुंवर ज्योति भारत गैस एजेंसी के प्रबंधक अमित कुमार ने बताया कि उनके एजेंसी में मात्र 60 लोगों का गैस सब्सिडी की राशि एकाउंट में नहीं जाती. उन्हें एजेंसी में आकर बैंक पासबुक व आधार कार्ड समेत अन्य कागजात की जांच करा कर कमी को दूर करना चाहिए. यदि आधार कार्ड न हो, तो डेकलेयरेशन फाॅर्म का भरना होगा. जिसके बाद गैस सब्सिडी की राशि एकाउंट में भेजी जायेगी.
गरीबों के लिए गैस खरीदना हुआ मुश्किल : पिछले दिनों गैस सिलिंडर का दाम बढ़ाये जाने से गरीब परिवार के लोगों को गैस खरीदने में अब काफी परेशानी हो रही है. लोगों ने बताया कि एक मुश्त लगभग आठ सौ रुपये की व्यवस्था करनी पड़ रही है. साथ ही सब्सिडी की राशि नहीं मिलने के कारण और परेशानी बढ़ गयी है.वर्तमान में सिलिंडर की कीमत 768.50 रुपये है,जिसमें सब्सिडी के रूप में 321.95 रुपये दिये जा रहे हैं.