बक्सर/चौसा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा-बक्सर मुख्य मार्ग स्थित मिश्रवलिया गांव के पास गुरुवार की अहले सुबह सड़क पार कर रही तीन महिलाओं को अनियंत्रित स्काॅर्पियो ने रौंद डाला, जिसमें 35 वर्षीया पुष्पा देवी की मौत हो गयी. जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी हो गयीं. घायल महिलाओं में एक मृतक की वृद्ध […]
बक्सर/चौसा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा-बक्सर मुख्य मार्ग स्थित मिश्रवलिया गांव के पास गुरुवार की अहले सुबह सड़क पार कर रही तीन महिलाओं को अनियंत्रित स्काॅर्पियो ने रौंद डाला, जिसमें 35 वर्षीया पुष्पा देवी की मौत हो गयी. जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी हो गयीं. घायल महिलाओं में एक मृतक की वृद्ध सास भी हैं,
जिनका उपचार सदर अस्पताल, बक्सर में चल रहा है. बाद में ग्रामीणों ने सड़क पर शव रख कर जाम कर दिया, जिससे चार घंटे तक जाम लगा रहा. आनन-फानन में प्रशासन को स्पीड ब्रेकर बनवाना पड़ा और मिश्रवलिया गांव में चार स्पीड ब्रेकर भी बन गये.
जानकारी के अनुसार मिश्रवलिया गांव के ललन सिंह की पत्नी रामरती देवी (60), उनके पुत्र गरीबन सिंह की पत्नी पुष्पा देवी (35) और काशीनाथ सिंह की पत्नी चंदरी देवी (50), तीनों महिलाएं रोज की भांति गुरुवार की सुबह 3.30 बजे घर से कार्तिक स्नान करने गंगा नदी जा रहीं थीं. जब सड़क पार कर रही थीं, तभी तेज रफ्तार से आ रही एक स्काॅर्पियो की चपेट में आ गयीं.
चंदरी देवी और रामरती देवी गंभीर रूप से घायल हो घटनास्थल पर गिर पड़ीं. जबकि पुष्पा देवी की साड़ी स्काॅर्पियो में फंस गयी व करीब पांच सौ मीटर दूर तक वह घसीटते हुए कम्महरियां गांव तक चली गयीं और उनकी मौत हो गयी.
घटना के बाद स्काॅर्पियोचालक वाहन समेत फरार हो गया. घटना की खबर लगते ही परिजन और ग्रामीणों ने मिल कर सभी घायल महिलाओं को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया. मृत महिला पुष्पा देवी का शव ग्रामीण मिश्रवलिया गांव में उठा कर ले गये और घटनास्थल के पास शव को रख कर उचित मुआवजे और गांव में मुख्य सड़क पर ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं.
घटना और सड़क जाम की सूचना पाकर सदर एसडीओ गौतम कुमार, प्रभारी एसपी राजेश कुमार, सदर सीओ अनिता भारती और मुफस्सिल थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर आक्रोशित ग्रामीणों से बात कर मृतक के परिजन को पारिवारिक लाभ के तहत बीस हजार नकद और कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत पंचायत के मुखिया सुरेश पासवान के द्वारा तीन हजार की नकद राशि दिये जाने और ब्रेकर बनवाने का आश्वासन दिया,
जिसके बाद करीब चार घंटे बाद आठ बजे सुबह जाम हटाया जा सका. दोनों घायल महिलाओं की स्थिति भी गंभीर बनी है.