बक्सर : एआइओसीडी के बैनर तले पर बक्सर जिले के दवा विक्रेताओं ने शुक्रवार को अपनी दुकानें बंद रखीं. दुकानदारों ने अपनी पांच सूत्री मांगों के समर्थन में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी किया. जिले में बंद का व्यापक असर दिखा. जिले के इटाढ़ी, धनसोई, तियरा, राजपुर, चौसा, सिमरी, डुमरांव, कृष्णाब्रहम, ब्रहमपुर व नावानगर में दुकानें बंद रहीं. दवा दुकानों के बंद रहने के कारण शहर सहित ग्रामीण इलाकों में मरीजों के परिजनों को दवा के लिए भटकना पड़ा.
दवा व्यवसायियों ने फार्मास्टि समस्या का उचित निराकरण करने, दवा कानून संशोधन 2008 में सुधार करने, दवा विक्रय के क्षेत्र में एफडीआइ स्वीकार नहीं करने आदि की मांग की. बंद को सफल बनाने में एसोसिएशन के अध्यक्ष केके सर्राफ, सचिव अभिषेक कुमार, दीपक अग्रवाल, ओम प्रकाश, चंदन भारती, राजेश केसरी, धीरज पाठक, बाल्मिकी पाठक, मंटू सिंह, भोला केसरी, अजय कुमार, शैलेन्द्र सिंह, विनय चौरसिया, सोनू पटवा, सिकंदर अली आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
डुमरांव प्रतिनिधि के अनुसार शुक्रवार को नगर के थोक व खुदरा दवा कीदुकानें बंद रहीं. दवा दुकानदार रमेश केशरी, शमीम हाशमी, मुकेश शर्मा, विनोद गुप्ता, विशेश्वर सिंह, मुन्ना सिंह, संतोष शर्मा के नेतृत्व में शहर के तमाम दवा दुकानों को बंद कराया गया. दुकानदारों ने शहर में जुलूस निकाला, जो राजगढ़ चौक से सड़क मार्ग होते हुए नया थाने के पास पहुंच कर समाप्त हुआ़ वहीं दूसरी ओर दवा के अभाव में रोगी के परिजन दवा के लिए इधर-उधर भटकते रह़े
* आम लोगों में आक्रोश
स्वास्थ्य विभाग व बीसीडीए द्वारा एक भी दवा दुकानों को खोलने की व्यवस्था नहीं करने के कारण आम लोगों में आक्रोश देखा गया.