डुमरांव : नगर पर्षद क्षेत्र के वार्ड संख्या 10 में एक मुहल्ला है भिरूग राउत की गली. इस मुहल्ले में टूटे-फूटे घर में अपने परिजनों के संग रहता है सरफराज अहमद. सरफराज रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है. अपने घर को रोशन करने के लिए इन्होंने बिजली के कनेक्शन के लिए साउथ बिहार बिजली कंपनी के दफ्तर में आवेदन दिया. कंपनी ने 23 अप्रैल 2018 को बिजली मीटर लगाकर गरीब के आशियाने में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी.
जब कंपनी ने एक माह का 75 हजार 332 रुपये का बिल थमाया तो रिक्शा चालक के पैरों तले जमीन खिसक गयी. उसे बिजली के करेंट से अधिक बिल से झटका लगा. वह बिल लेकर लगातार बिजली विभाग के दफ्तर में दौड़ लगाने लगा, लेकिन विभाग के कर्मचारियों ने उसकी एक नहीं सुनी. पीड़ित ने बताया कि घर में दो एलईडी बल्ब और एक पंखे का उपयोग होता है. बिजली विभाग ने एक माह का विपत्र भेज कर मेरे अरमानों की खुशी छीन ली है. आशियाने को रोशन करने को लेकर बिजली का कनेक्शन लिया, लेकिन विभाग ने मेरे आंखों के सामने अंधेरा छा दिया. इस मामले में बिजली एसडीओ संदीप गुप्ता ने बताया कि बिजली विपत्र व मीटर की जांच करायी जायेगी.