18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

प्रवासी पंछियों से गुलजार हुआ गोकुल जलाशय

ब्रह्मपुर : प्रखंड के सुप्रसिद्ध गोकुल जलाशय में प्रवासी पंछियों का जत्था पहुंचना शुरू हो गया है. मालूम हो कि हर साल साइबेरिया एवं यूरोपीय देशों से हजारों की संख्या में साइबेरियन सारस आकाश मार्ग से कई हजार किलोमीटर की यात्रा कर गोकुल जलाशय पहुंचते हैं. हर साल दिसंबर महीने के शुरुआत में ही इन […]

ब्रह्मपुर : प्रखंड के सुप्रसिद्ध गोकुल जलाशय में प्रवासी पंछियों का जत्था पहुंचना शुरू हो गया है. मालूम हो कि हर साल साइबेरिया एवं यूरोपीय देशों से हजारों की संख्या में साइबेरियन सारस आकाश मार्ग से कई हजार किलोमीटर की यात्रा कर गोकुल जलाशय पहुंचते हैं. हर साल दिसंबर महीने के शुरुआत में ही इन पंछियों का आना शुरू हो जाता है लेकिन इस साल एक महीने की देरी से प्रवासी पंछी पहुंच रहे हैं. इन पंछियों के झुंडों को ब्रह्मपुर से नैनीजोर जानेवाले मार्ग में मुसाफिर उधूरा, चंद्रपुरा, एकदार, महुआर के किनारे गोकुल जलाशय में झुंड-के-झुंड देख सकते हैं.

इन इलाकों में रहनेवाले बुजुर्ग लोगों का कहना है कि हर साल यह पंछी दिसंबर के महीने से मार्च के महीने तक गोकुल जलाते में अपना प्रयास करते हैं लेकिन पहले की अपेक्षा पंछियों की तादाद काफी कम हो गयी है. यह इलाका काले हिरण, नीलगाय, चितकबरा हिरण, साहिल एवं जंगली सूअर के लिए खासतौर से प्रसिद्ध है लेकिन कड़ाके की ठंड के कारण ये जानवर भी किसी झुरमुट में दुबके रहते हैं.

शिकारियों की लग गयी है नजर : प्रवासी पंछी हो या जंगली जानवर इस इलाकों में वन विभाग के कर्मियों के उदासीनता के कारण इन मासूम पंछियों एवं जानवरों को शिकारी आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं. ठंड के दिनों में लोगों की चहलकदमी कम होने के कारण शिकारी इसका फायदा उठा लेते हैं और प्रवासी पंक्षियों को भी आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं. जानकार लोग बताते हैं कि कुछेक सालों से प्रवासी पंक्षियों पर शिकारियों की नजर लग जाने के कारण इन पंक्षियों की संख्या गोकुल जलाशय में काफी कम हो गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें