रात में अधिकतर ट्रेनों में बना रहता है खतरा
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दानापुर मंडल में बिना एस्काॅर्ट की दौड़ रहीं ट्रेनें
रात में अधिकतर ट्रेनों में बना रहता है खतरा बक्सर : दानापुर रेलमंडल के ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा इन दिनों भगवान भरोसे है. बीते चार माह में चोरी, छिनैती, डकैती व लूट के दर्जनभर से अधिक घटनाओं के बाद रेलवे चेत नहीं रहा है. शायद ही ऐसा कोई महीना हो जब ट्रेनों में यात्रा […]
बक्सर : दानापुर रेलमंडल के ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा इन दिनों भगवान भरोसे है. बीते चार माह में चोरी, छिनैती, डकैती व लूट के दर्जनभर से अधिक घटनाओं के बाद रेलवे चेत नहीं रहा है. शायद ही ऐसा कोई महीना हो जब ट्रेनों में यात्रा के दौरान यात्रियों के सामान नहीं गायब हुए हों. एस्काॅर्ट पार्टी की कमी का फायदा उठा कर चोर इन दिनों ट्रेनों में यात्रियों को बेखौफ होकर लूट रहे हैं. बड़ी वारदातों की बात करें तो बक्सर में राजधानी एक्सप्रेस में लूट के अलावा सीमांचल एक्सप्रेस के पार्सल बोगी को काटकर सामान गायब करने के मामले सामने आये हैं, जिससे दानापुर-मुगलसराय रेलखंड पर यात्रा करनेवाले रेल यात्री असुरक्षित हैं.
कब ट्रेन में उनके साथ कोई हादसा हो जाये कहा नहीं जा सकता. इस रेलखंड पर परिचालित हो रहीं अधिकांश ट्रेनों में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है. सवारी गाड़ी की बात कौन कहे, लंबी दूरी की सुपर फास्ट ट्रेन में भी एस्काॅर्ट पार्टी का इंतजाम नहीं है. दरअसल एक ट्रेन में एस्काॅर्ट के लिए जीआरपी के अधिकारी सहित कम-से-कम छह जवानों की जरूरत होती है, पर दानापुर-मुगलसराय रेलखंड में ट्रेनों की सुरक्षा के लिए 34 की जगह बक्सर में मात्र 15 जीआरपी के जवान हैं, जिनके ऊपर स्टेशन से लेकर ट्रेनों तक की सुरक्षा का दारोमदार है.
ट्रेनों की तुलना में जवान कम : ऐसा नहीं है कि ट्रेनों में एस्काॅर्ट की टीम नहीं जाती है. पटना या दानापुर से खुलनेवाली ट्रेनों की तुलना में रेलवे पुलिस के पास जवान कम हैं. ऐसे में सभी कोच में एक ही समय स्काॅर्ट टीम मौजूद नहीं होती है, जिससे चोरों को घटना को अंजाम देने का वक्त मिल जाता है.
सिर्फ एक ट्रेन में जा रहे जवान : बक्सर जीआरपी के एक अधिकारी ने बताया कि जवानों की कमी के कारण मात्र एक ट्रेन में ही एस्कॉट हो पाती है. इसमें मुगलसराय से पटना जानेवाली 63223 डाउन सवारी गाड़ी है.
बंदूक की नोक पर होती रही हैं घटनाएं
नवंबर, 2010 में भी भदौरा व गहमर स्टेशन के बीच अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस में लुटेरों ने यात्रियों को निशाना बनाया था. इस दौरान ट्रेन के एस्कॉर्ट में तैनात आरपीएफ जवानों द्वारा लुटेरों को पकड़ने की कोशिश की गयी थी लेकिन लुटेरे फायर करते हुए भाग निकले थे. वर्ष, 2008 से अब तक अनन्या एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस, पुणे-पटना सहित कई ट्रेनों में लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है. वहीं इस वर्ष राजधानी एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, पुणे-पटना स्पेशल समेत कई ट्रेनों में लूट की वारदातें हुईं, जिनमें कई मामलों का खुलासा भी नहीं हो सका है.
एसपी बोले
ट्रेनों में एस्काॅर्ट की जाती है. जीआरपी को स्पष्ट निर्देश दिया गया है. घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस लगी हुई है. इसके लिए आनेवाले दिनों में व्यापक कार्य होंगे, जिससे इन सभी वारदातों पर रोक लगेगी.
जितेंद्र मिश्र, रेल एसपी
कब-कब ट्रेनों में हुईं घटनाएं
नौ अप्रैल, 2017-राजधानी एक्सप्रेस में लूट
21 जुलाई, 2017-सीमांचल एक्सप्रेस में लूट
छह सितंबर, 2017-गरीबरथ में हथियार के बल पर महिला से लूट
छह सितंबर, 2017-फरक्का एक्सप्रेस में किशनगंज की महिला से लूट
24 सितंबर, 2017-सियालदह एक्स से आरा के मो.असगर से लूट
छह अक्तूबर, 2017-पटना कोटा एक्सप्रेस में बक्सर के मनीष के सामान की चोरी
14 अक्तूबर, 2017-पटना-कोटा एक्सप्रेस से राहुल कुमार को नशा खिलाकर लूटा
23 अक्तूबर, 2017-पटना-कोटा एक्सप्रेस में नशा खिलाकर मंजी पासवान को लूटा
24 अक्तूबर, 2017-पूजा स्पेशल ट्रेन से पटना के ऋषभ देव का सामान लूटा
29 अक्तूबर, 2017-विभूति एक्सप्रेस में नशा खिलाकर मनोज उपाध्याय को लूटा
15 नवंबर, 2017-दानापुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस में पटना के अरुण सिंह से लूटपाट
27 नवंबर, 2017-जन साधारण एक्सप्रेस में कैमूर के धनंजय राम से लूटपाट
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