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जिले के 475 टोलाें को पहुंचेगी बिजली

बक्सर : दीनदयाल ग्रामीण विद्युतीकरण योजना से जिले के 835 गांवों और टोलाें में 102 करोड़ की लागत से बिजली की व्यवस्था सुदृढ़ की जायेगी. योजना के तहत खंभा लगाया जाना, तार बदलना व नया तार टांगना, ट्रांसफाॅर्मर बदलना और नये ट्रांसफाॅर्मर लगाने से जून 2017 तक जिलेभर में विद्युत वितरण व्यवस्था की तस्वीर बदल […]

बक्सर : दीनदयाल ग्रामीण विद्युतीकरण योजना से जिले के 835 गांवों और टोलाें में 102 करोड़ की लागत से बिजली की व्यवस्था सुदृढ़ की जायेगी. योजना के तहत खंभा लगाया जाना, तार बदलना व नया तार टांगना, ट्रांसफाॅर्मर बदलना और नये ट्रांसफाॅर्मर लगाने से जून 2017 तक जिलेभर में विद्युत वितरण व्यवस्था की तस्वीर बदल जायेगी.

इन गांवों में होनेवाली विद्युत वितरण व्यवस्था को दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना से सुदृढ़ किया जायेगा. योजना के तहत केंद्र सरकार ने इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है. ग्राम ज्योति योजना से जिलाभर में विद्युत वितरण व्यवस्था में सुधार होगा और ब्रेक डाउन कम होंगे. इसका सीधा लाभ न सिर्फ गांव, बल्कि शहरी उपभोक्ताओं को भी मिलेगा. योजना पर एक सप्ताह में काम शुरू करा दिया जायेगा.

485 गांवों में नहीं है बिजली : जिले में कुल 835 ऐसे कस्बे थे, जहां बिजली नहीं पहुंच सकी थी. ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत अब तक 350 गांवों में बिजली पहुंचा दी गयी है. बाकी बचे गांवों में 2017 के लास्ट तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. सदर प्रखंड के एक दो नहीं, बल्कि दर्जनों गांव अंधेरे से जूझ रहे हैं. राजपुर, सिमरी, केसठ, ब्रह्मपुर प्रखंड के कई गांव भी बिजली की पहुंच से दूर हैं. जिले में करीब 450 से भी अधिक गांवों व टोलों को बिजली कंपनी अभी तक रोशन नहीं कर पायी है. दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना का लाभ अधिकतम गांवों तक पहुंचाने के लिए 100 घरों से नीचे जाकर जहां 10 घर भी हैं, उस टोले को भी विद्युतीकृत करना तय किया है.
इन गांवों में बनेंगे पांच नये पीएसएस : कार्य एजेंसी के साथ हुए करार के तहत एजेंसी को हिदायत दी गयी है कि हर हाल में यह काम मार्च 2019 तक यानी 24 महीने में पूरे हो जाने चाहिए. योजना के तहत चार नये पीएसएस बनाये जाने हैं. ये पीएसएस ब्रह्मपुर के राधापोखर, चौसा के रामपुर, इटाढ़ी के बसधर व डुमरांव के अरियांव गांव में बनाये जायेंगे. इसके अलावा एक पीएसएस डुमरांव में बनाया जायेगा,
जो आईपीडीएस योजना के तहत बनेगा. सभी पीएसएस में दो एमवीए के पांच ट्रांसफाॅर्मर लगाये जायेंगे. पहले से जिले में 16 पीएसएस हैं. केसठ और राजपुर में बन नये पीएसएस बन रहे हैं.
डुमरांव में पीएसएस को नहीं मिल रही जमीन : डुमरांव नगर में आईपीडीएस के तहत 20 एमवीए का पीएसएस बनाया जाना है. यहां काली मंदिर के पास जमीन की तलाश की जा रही है. सीओ ने सरकारी जमीन की अनुपलब्धता की बात कही है. ऐसे में प्राइवेट जमीन मालिकों से बात की जा रही है. जमीन मिलने के बाद पीएसएस निर्माण कार्य शुरू होगा.
क्या होगा फायदा
विटीएल एजेंसी को कार्य का आवंटन हुआ है. जमीन मिलने के बाद काम शुरू हो जायेगा. अब वोल्टेज की नहीं होगी. नये पीएसएस बनने से विद्युत सप्लाइ की क्वालिटी बेहतर हो जायेगी. 33 केवीए, 11 केवीए, एलटी लाइन का विस्तार किया जायेगा. कवर तार लगाये जायेंगे. इससे बिजली की चोरी पर अंकुश लगाया जायेगा. पांच एमवीए के 13 ट्रांसफाॅर्मर लगाये जायेंगे.
सुरेंद्र कुमार , कार्यपालक अभियंता ,परियोजना

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