आरा : आज नगर सहित पूरे जिले में हिंदू घरों में यम का दीया निकलेगा़. धार्मिक मान्यता के अनुसार दीपावली का पर्व तीन दिनों तक मनाया जाता है़. पहला दिन धनतेरस के रूप में, दूसरा दिन यमराज के लिए दीप निकालने के लिए तथा तीसरा दिन दीपावली के रूप में. मान्यता के अनुसार कार्तिक कृष्ण […]
आरा : आज नगर सहित पूरे जिले में हिंदू घरों में यम का दीया निकलेगा़. धार्मिक मान्यता के अनुसार दीपावली का पर्व तीन दिनों तक मनाया जाता है़. पहला दिन धनतेरस के रूप में, दूसरा दिन यमराज के लिए दीप निकालने के लिए तथा तीसरा दिन दीपावली के रूप में. मान्यता के अनुसार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को रात्रि में यम के लिए तेल भर कर दीप निकाला जाता है़. इससे यम की यातना नहीं सहनी पड़ती है तथा मां लक्ष्मी का हमेशा वास रहता है.
इसे नरक चतुर्दशी के रूप में भी जानते हैं. इसे लेकर सभी हिंदू परिवारों द्वारा शाम से लेकर रात्रि तक यमराज का दिया निकाला गया और सुखी जीवन की कामना की गयी़. इसे नरक चतुर्दशी तथा छोटी दीपावली के नाम से भी जानते हैं.
सीरीज बल्बों की भी हुई खरीदारी
सीरीज बल्बों की दुकानों पर भी खरीदारों की भीड़ देखी गयी. दुकानदारों के अनुसार इस वर्ष 25 प्रतिशत की कमी इसके बिक्री में आयी है.
अब तक बिक्री की स्थिति
पटाखा 50 लाख रु.
मिट्टी का दीया 1 लाख
फूल माला, बनावटी माला 5 लाख
अगरबती, मोमबती 2 लाख
स्नोसेम तथा पेंट 2 करोड़
सीरीज बल्ब 15 लाख
व्यापारी संजय कुमार सिन्हा एवं अभिषेक जैन ने बताया कि इस वर्ष इनकी बिक्री में 25 प्रतिशत की कमी आयी है.
क्या है दीपावली की मान्यता
दीपावली को अंधकार पर प्रकाश के विजय के पर्व के रूप में मनाया जाता है़. कहा जाता है कि लंका विजय के बाद जब भगवान श्री राम लौटकर अयोध्या आये थे, तो लोगों ने खुशी में प्रकाश से अयोध्या नगर को पाट दिया था़. तभी से यह परंपरा चलती आ रही है़.