आरा : डीएवी नेशनल खेलों की विधिवत शुरुआत न्यू पुलिस स्थित मैदान में हुई. उसका उद्घाटन वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ लीलाचंद साहा ने दीप प्रज्वलित कर किया. डॉ साहा ने कहा कि अनुशासन एवं चरित्र निर्माण में खेलों का विशेष महत्व है. खेलों की प्रतिस्पर्धा खिलाड़ियों को अनुशासन के लिए प्रेरित करती है. इसके सहारे चरित्र का निर्माण होता है. उद्घाटन सत्र में डीएवी प्रबंधकारिणी समिति, नयी दिल्ली के सचिव आरके लीखा, कोषाध्यक्ष डॉ एमसी शर्मा, निदेशक डॉ यूएस प्रसाद, सहायक क्षेत्रीय निदेशक एके जेना, सहायक क्षेत्रीय निदेशक एसके झा. डॉ आइ राय, केके सिन्हा आदि थे.
अतिथियों का स्वागत प्राचार्य सह संयोजक डीएवी धनुपरा संजय सिन्हा ने किया. उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए आरके लीखा ने कहा कि मुझे डीएवी की शैक्षणिक परंपरा पर गर्व है. डीएवी न केवल शैक्षणिक बल्कि सांस्कृतिक एवं खेलकूद के क्षेत्र में भी अग्रणी संस्थान है. हमें इस प्रगति को उत्तरोत्तर बनाये रखना है.
खेल हमारे इस उद्देश्य में एक सहयोगी की तरह है. डॉ एमसी शर्मा ने कहा कि खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम शिक्षा के विशेष अंग हैं. क्षेत्रीय निदेशक डॉ यूएस प्रसाद ने आयोजन के लिए छात्रों, अभिभावकों एवं खेलप्रेमियों को बधाई दी. न्यू पुलिस लाइन स्टेडियम में उद्घाटन के बाद आयोजन के बतौर प्रतिभागी सभी 35 डीएवी के खिलाड़ियों ने अपनी टीमों के साथ मार्च पास्ट किया और झंडे को सलामी दी. इस दौरान डीएवी कहलगांव की बैंड ने अपनी धुनों के जलवे बिखेरे. डीएवी, धनुपरा की छात्राओं ने मंगल दीप जले गीत पर नृत्य के साथ अतिथियों का स्वागत किया. वहीं बीएसडीएवी मिल रोड के छात्रों ने अपने सामूहिक नृत्य से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.