पीरो : जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर स्थित आर्मी के बेस कैंप पर रविवार की सुबह हुए आतंकी हमले में शहीद हुए हवलदार अशोक कुमार सिंह के पैतृक गांव रकटू टोला स्थित घर पर उनके परिजनों से मिलने वालों का दिन भर तांता लगा रहा. इस दौरान जहां गांव के लोग सारा काम-धाम छोड़ कर […]
पीरो : जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर स्थित आर्मी के बेस कैंप पर रविवार की सुबह हुए आतंकी हमले में शहीद हुए हवलदार अशोक कुमार सिंह के पैतृक गांव रकटू टोला स्थित घर पर उनके परिजनों से मिलने वालों का दिन भर तांता लगा रहा. इस दौरान जहां गांव के लोग सारा काम-धाम छोड़ कर शहीद के परिजनों से मिलने व हालचाल जानने उनके घर उमड़ पड़े. वहीं, आसपास के गांवों से भी काफी संख्या में लोग शहीद के घर पहुंचे. घटना की खबर मिलने के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के भी यहां आने का सिलसिला दिन भर लगा रहा. पीरो एसडीओ सुमन कुमार, डीएसपी जेपी राय,
बीडीओ मनोरंजन पांडेय और पीरो थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने रकटू टोला पहुंच कर शहीद अशोक के परिजनों को सांत्वना दी. इधर, जगदीशपुर के विधायक राम विशुन सिंह लोहिया ने रकटू टोला पहुंच कर शहीद के वृद्ध माता-पिता व पत्नी को ढाढ़स बंधाया. परिजनों से मिलने पहुंचे अन्य प्रमुख लोगों में पूर्व विधायक भाई दिनेश, पूर्व जिला पार्षद प्रमोद, राजद नेता हरि मोहन सिंह, मुखिया रेणु देवी, सुशील कुमार सिंह, रामाधार सिंह, जितेंद्र सिंह, विजय कुमार सिंह, गोरखनाथ सिंह, सुरेंद्र सिंह, मनोज सिंह, धर्मवीर सिंह भाजपा नेता मदन स्नेही, भाजपा मानवाधिकार मंच के अध्यक्ष विनोद सिंह प्रमुख हैं.
परिवार में पीढ़ियों से चल रही देश सेवा की परंपरा
अशोक कुमार सिंह के परिवार में देश सेवा की परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है. उसके दादा राजगृही सिंह व रामाश्रय सिंह दो भाई थे और दोनों ने सैनिक के रूप में देश की सेवा की थी. हालांकि अशोक के पिता गांव में रह कर खेती-बारी करते हैं, लेकिन अशोक के चाचा श्यामनारायण सिंह भी आर्मी के जवान थे, जबकि उनके ताउ रामविलास सिंह ने बिहार पुलिस के जवान के रूप में कार्य करते हुए अपराधियों को सबक सिखाया था. देश के लिए वर्ष 1986 में शहीद हुए अशोक के बड़े भाई कामता सिंह के दो बेटे हैं. बड़ा बेटा विनोद कुमार आठ बिहार रेजिमेंट का जवान है, जो इस वक्त हैदराबाद में तैनात है, जबकि छोटा बेटा ददन कुमार चार राष्ट्रीय राइफल का जवान है, जो वर्तमान में जम्मू में देश के दुश्मनों से लोहा ले रहा है. शहीद अशोक के भी दो बेटे हैं, जिनमें बड़ा बेटा विकास सिंह बिहार रेजिमेंट में बहाल होकर दानापुर के आर्मी कैंप में ट्रेनिंग ले रहा है. अशोक सिंह का छोटा बेटा विशाल वर्तमान में महाराजा काॅलेज आरा में बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है.