आरा : जिलाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में कृषि भवन के सभागार में स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई, जिसमें जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव तथा बंध्याकरण को प्राथमिकता के स्तर पर चलाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवा मिले तथा सही ढंग से देखभाल की जाये. जो चिकित्सक अस्पतालों से अनुपस्थित होंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने चिकित्सकों को चेतावनी देते हुए कहा कि चिकित्सक संवेदनशीलता के साथ मरीजों की सेवा करें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि जननी एवं बाल सुरक्षा योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2015-16 में कुल 38142 संस्थागत प्रसव हुआ है एवं इस वित्तीय वर्ष माह जुलाई 2016 में 10364 संस्थागत प्रसव हो चुका है. परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2015-16 में कुल 13307 परिवार नियोजन हुआ तथा इस वित्तीय वर्ष में माह जुलाई 2016 तक कुल 1482 परिवार कल्याण ऑपरेशन किया जा चुका है.
सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में वित्तीय वर्ष 2015-16 में कुल 1607487 बाह्य कक्ष मरीजों का इलाज किया गया तथा चालू वित्तीय वर्ष में जुलाई 2016 तक 491253 मरीजों का इलाज किया जा चुका है. नियमित टीकाकरण के तहत वित्तीय वर्ष 2015-16 में पूर्ण प्रतिरक्षण 85 रहा है. इस वित्तीय वर्ष जुलाई 2016 तक 80 प्रतिशत के लगभग हुआ है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम पिछले वर्ष माह अगस्त 2015 से प्रारंभ किया गया है, जिसके तहत 0-18 वर्ष के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों में कुल 21 चलंत चिकित्सा दलों द्वारा किया जा रहा है.