वीर कुंवर िसंह विवि के िरसर्च में खुलासा
Advertisement
लंबे पुरुषों के भोजपुर कुनबे में ठिगनी रह जा रहीं लड़कियां
वीर कुंवर िसंह विवि के िरसर्च में खुलासा आरा : यूं तो महिलाओं और पुरुषों की ऊंचाई में फर्क हमेशा से रहा है, मगर बिहार के भोजपुर जिले में यह फासला कुछ अधिक ही बढ़ता चला जा रहा है. जहां अमूमन यह फर्क 12-13 सेंटीमीटर तक होता है, इस इलाके में पुरुषों और महिलाओं की […]
आरा : यूं तो महिलाओं और पुरुषों की ऊंचाई में फर्क हमेशा से रहा है, मगर बिहार के भोजपुर जिले में यह फासला कुछ अधिक ही बढ़ता चला जा रहा है. जहां अमूमन यह फर्क 12-13 सेंटीमीटर तक होता है, इस इलाके में पुरुषों और महिलाओं की औसत ऊंचाई का अंतर आज की तारीख में 17 सेमी से अधिक पहुंच गया है. वीर कुंवर सिंह विवि में हुए एक शोध से पता चला है कि यह अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां के पुरुष तो लंबे होते जा रहे हैं, जबकि महिलाओं की औसत ऊंचाई लगातार घट रही है. उनके शोध के ये नतीजे चौंकानेवाले हैं, क्योंकि पूरे देश में लड़कियों की ऊंचाई तेजी से बढ़ रही है, बिहार में लड़कियों की ऊंचाई घट रही है. मगर उसके घटने की दर उतनी तेज नहीं है, जितनी भोजपुर के इलाके में है.
विश्वविद्यालय के प्राणिविज्ञान विभाग के एसोसियेट प्रोफेसर डॉ दीनानाथ पंडित के निर्देशन में हुए इस शोध से कई चौंकानेवाले नतीजे सामने आये हैं. वे बताते हैं कि उन्होंने भोजपुर जिले के तीन हजार से अधिक लोगों के सैंपल के आधार पर यह शोध किया है और इस शोध में 20 से 90 वर्ष के उम्र वर्ग के लोगों को शामिल किया है और उनकी अलग-अलग कैटेगरी बना कर ये नतीजे निकाले हैं. नतीजों के मुताबिक,
लंबे पुरुषों के
भोजपुर जिले में पुरुषों की औसत ऊंचाई 167.24 सेमी यानी पांच फुट छह इंच के करीब है, जबकि महिलाओं की औसत ऊंचाई 150.1 सेमी यानी चार फुट ग्यारह इंच ही है.
रोचक तथ्य यह है कि इन आंकड़ों के मुताबिक भोजपुर के पुरुषों की औसत ऊंचाई राष्ट्रीय औसत से 2.5 सेमी और बिहार के पुरुषों से औसतन 3.5 सेमी अधिक है. जबकि भोजपुर की औरतें औसत ऊंचाई में स्त्रियों की ऊंचाई के राष्ट्रीय औसत से 1.2 सेमी छोटी हैं और बिहार की स्त्रियों की औसत ऊंचाई से 0.3 सेमी. यह आंकड़े इसलिए भी परेशान करने वाले हैं, क्योंकि एक ही जैसी भौगोलिक इकाई में रहने के बावजूद भोजपुर इलाके में महिलाओं और पुरुषों के ग्रोथ में भारी अंतर है. प्रो पंडित बताते हैं कि संभवतः इसकी वजह यह होगी कि यहां की स्त्रियां दूघ और पौष्टिक पदार्थ खाने से परहेज करती हैं और ये चीजें पुरुषों के पसंदीदा आहार में शामिल है. यही वजह है कि इस इलाके के पुरुषों को सेना और पुलिस विभाग में नौकरी आसानी से मिल जाती रही है.
प्रो पंडित के नतीजों की पुष्टि उनके ही शोध का यह आंकड़ा भी करता है
कि इस इलाके में 40 से 49 वर्ष के वर्ग की महिलाएं औसतन लंबी हैं, जबकि 20 से 29 उम्र वर्ग की लड़कियां कम लंबी. दोनों उम्र वर्गों की औसत लंबाई में लगभग दो सेमी का फर्क है. जबकि इन्ही उम्र वर्ग के बीच पुरुषों की ऊंचाई को देखें, तो पता चलता है कि 20 से 29 के उम्र वर्ग के पुरुषों की औसत लंबाई अधिक है. 40-49 वाले कैटोगरी से 2.4 सेमी अधिक. वजह जो भी हो, मगर अगर यह फर्क इसी तरह बढ़ता चला गया, तो आनेवाले दिनों में इस इलाके में एक बड़ा लैंगिक भेद खड़ा हो सकता है.
वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि पुरुषों और महिलाओं की लंबाई में फर्क की वजह वह अतिरिक्त एक्स क्रोमोजोम होता है, जो महिलाओं में होता है और पुरुषों में इसके बदले वाई क्रोमोजोम होता है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि अतिरिक्त एक्स क्रोमोजोम लड़कियों के विकास को बाधित कर देता है. हालांकि, दोनों लिंगों के बीच जीवनशैली का फर्क भी ऊंचाइयों के फर्क के लिए जिम्मेदार ठहराये जाते हैं. पुरुष जहां पौष्टिक भोजन अधिक खाते हैं और घर से बाहर उनकी सक्रियता अधिक रहती है, वहीं स्त्रियां अमूमन कई वजहों से पौष्टिक भोजन से वंचित रहती हैं और घर के सीमित दायरों में दुबक कर जीवन बिताती हैं. मद्रास स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में हुए एक शोध से पता चला है कि बेहतर आर्थिक स्थिति हासिल करनेवाली महिला समूहों की लंबाई में समय से साथ बढ़ोतरी होती है.
पिछले सौ सालों में स्त्रियों ने अपने तरीके से इस फर्क को अपने स्तर पर पाटने की कोशिश की है. घर की चौखट को लांघ कर वे हर काम को अंजाम देने लगी हैं. इसका यह नतीजा सामने आया है कि पिछले सौ सालों में स्त्रियों की औसत ऊंचाई तेजी से बढ़ी है. भारत में बढ़ोतरी की दर 4.9 सेमी है, जबिक पिछले सौ सालों में पुरुषों की ऊंचाई औसतन 2.9 सेमी ही रही है. हालांकि, बिहार में पिछले एक दशक में स्त्रियों की ऊंचाई में 0.17 सेमी की कमी आयी है. भोजपुर के मामले में देखें, तो यह गिरावट एक सेमी तक पहुंच जाती है.
दुखद पहलू यह है कि लंबे पुरुषों के इलाके में भोजपुर की महिलाओं की औसत ऊंचाई नेपाल और बांग्लादेश की महिलाओं की औसत ऊंचाई के बराबर पहुंच जाती है, जो वैश्विक स्तर पर आखिर के पांच मुल्कों में गिने जाते हैं. जबकि इस इलाके के पुरुषों की औसत ऊंचाई देश के टॉप फाइव राज्यों जैसे पंजाब-हरियाणा के आसपास ठहरती है.
भारत के विभिन्न राज्यों में ऊंचाई का हिसाब-किताब
बिहार के स्तर पर भी घट रही है महिलाओं
की ऊंचाई
राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बढ़ रही है औरतों की लंबाई
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement