आरा/चरपोखरी : राज्य सरकार द्वारा किसानों को सुविधा देने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जा रहीं व योजनाएं बनायी जा रही हैं. लेकिन, धरातल पर ये योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही हैं. इसका एक ज्वलंत उदाहरण चरपोखरी प्रखंड मुख्यालय स्थित इ-किसान भवन है, जिसमें बिजली व पानी तक की सुविधा उपलब्ध नहीं है. दो […]
आरा/चरपोखरी : राज्य सरकार द्वारा किसानों को सुविधा देने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जा रहीं व योजनाएं बनायी जा रही हैं. लेकिन, धरातल पर ये योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही हैं. इसका एक ज्वलंत उदाहरण चरपोखरी प्रखंड मुख्यालय स्थित इ-किसान भवन है, जिसमें बिजली व पानी तक की सुविधा उपलब्ध नहीं है. दो वर्ष पूर्व बने इस इ-किसान भवन में अब तक मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करायी जा सकी हैं.
इस भवन में न तो अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए कमरा उपलब्ध है, न किसानों के बैठने के लिए जगह. साथ ही बिजली-पानी की भी व्यवस्था नहीं की गयी है. भवन निर्माण के महज दो वर्ष के अंदर ही खिड़कियों के सारे शीशे टूट चुके हैं. वहीं, बिजली की वायरिंग भी खराब हो चुकी है.
मिट्टी जांच की नहीं है सुविधा : प्रखंड मुख्यालय में किसानों की मिट्टी की जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. इसके लिए किसानों को जिला मुख्यालय में जाना पड़ता है. प्रखंड में मिट्टी जांच की सरकारी सुविधा नहीं रहने से किसानों को भगवान भरोसे उर्वरक का इस्तेमाल करना पड़ता है.
गंदगी का लगा रहता है अंबार : इ-किसान भवन में एक भी सफाई कर्मचारी की व्यवस्था नहीं है. इस वजह से हर तरफ गंदगी का अंबार लगा रहता है. पूछे जाने पर अधिकारियों द्वारा बताया जाता है कि कर्मचारी के अभाव में सफाई नहीं हो पा रही है. कोई अतिरिक्त राशि भी नहीं मिलती है कि सफाई करायी जाये.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
प्रखंड कृषि पदाधिकारी परमात्मा सिंह ने बताया कि संसाधनों का घोर अभाव है. इसके लिए जिला मुख्यालय को पत्र भेजा गया है, लेकिन अब तक कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है.
परमात्मा सिंह, प्रखंड कृषि पदाधिकारी