आरा : शराबबंदी और पुलिस की सक्रियता के बाद अपराधिक घटनाओं में काफी कमी आयी है़ हत्या, डकैती, लूट, चोरी सहित अन्य संगीन मामले में भी काफी गिरावट आयी है़ पिछले वर्ष के अप्रैल और मई माह में जहां 21 हत्या, 10 लूट, 91 चोरी के मामले दर्ज हुए थे, वहीं 2016 के अप्रैल से मई माह के 21 तारीख तक हत्या के 14, लूट के 4, चोरी के 50 मामले ही दर्ज हुए है़ पुलिस की सक्रियता और शराब बंदी के बाद अपराध का ग्राफ गिरा है़
सबसे दिलचस्प बात यह है कि बिहार के अन्य जिलों में जहां फिरौती हेतु अपहरण के मामले दर्ज हुए है, वहीं भेाजपुर जिले में इससे संबंधित अब तक एक मामले भी किसी थाने में दर्ज नहीं है़ शराब बंद होने के बाद घरेलू हिंसा काफी कम हुए है़ ऐसे में 35 प्रतिशत की कमी आयी है़ जहां पहले शराब पीकर घर में महिला उत्पीडन के मामले आये दिन दर्ज होते थे आज वैसे हालत नहीं है़ महिला उत्पीडन से जुडें मामले कम होते जा रहे है़ जो काफी सकरात्मक पहल है़
एक अपैल से लेकर 21 मई तक के बीच बलात्कार के एक भी मामले दर्ज नहीं हुए है़ इससे एक बात तो साफ हो गयी है कि नशे की हालत में लोग इस तरह के घीनौने कार्य को अंजाम देते थे़
रेप के एक भी मामले नहीं हुए दर्ज
चोरी की घटनाओं पर भी
लगा रोक : पुलिस की सक्रियता के कारण चोरी की घटनाओं में भी काफी कमी आयी है़ जहां पहले 2015 एक माह में 91 चोरी की घटनाएं प्रतिवेदित हुई थी, वहीं 2016 में एक अप्रैल से 21 मई तक महज 50 घटनाएं प्रतिवेदित हुई है़ इसमें भी 45 प्रतिशत की कमी आयी है़
लूट की घटनाओं पर भी लगा विराम : भोजपुर पुलिस की चौकसी का नतीजा है कि अब तक कोई बडी लूट की घटनाएं नहीं घटित हुई है़ जहां 2015 के अप्रैल से 21 मई के बीच 10 छोटी/बडी लूट की घटनाएं घटित हुई है़ वहीं महज छोटी चार लूट की घटनाएं ही घटित हुई है़ इस मामले में भी 60 प्रतिशत की कमी आयी है़
क्या कहते हैं आंकड़े
हत्या-33 प्रतिशत गिरावट
लूट-60 प्रतिशत गिरावट
गृहभेदन-20 प्रतिशत कमी
चोरी-45 प्रतिशत कमी
सामान्य दंगा-59 प्रतिशत कमी
सामान्य अपहरण-35 प्रतिशत कमी
फिरौती के लिए अपहरण-शून्य
दुष्कर्म-शून्य
एनडीपीए एक्ट-75 प्रतिशत कमी
एससी/एसटी एक्ट-43 प्रति कमी
महिला उत्पीडन-35 प्रतिशत कमी
सम्प्रदायिक दंगा-शुन्य
दुर्घटना में मौत-18 प्रतिशत की कमी
क्या कहते हैं एसपी
एसपी क्षत्रनील सिंह ने कहा कि शराब बंदी और पुलिस की सक्रियता के कारण जिले में क्राइम का ग्राफ कम हुआ है़ उन्होंने कहा कि सभी थानाध्यक्षों को अगाह करदिया गया है कि किसी भी हालत में शराब की बिक्री नहीं होनीचाहिए़ साथ ही पुलिसिंग की व्यवस्था को दुरूस्त कर दिया गया है़ तरीके से लगाया गया है़
सामान्य दंगे में भी आयी गिरावट
शराब बंदी और पुलिस की चौकसी के कारण सामान्य दंगों में काफी कमी आयी है़ अगर आंकडों पर नजर डालेते इस मामले में 59 प्रतिशत की कमी आयी है़