सदर अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही का एक और एक मामला सामने आया है. इलाज में लापरवाही के कारण ऑपरेशन के तीन दिन बाद 28 वर्षीया महिला की मौत हो गयी. इसके बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तोड़-फोड़ की. परिजनों के गुस्से को देखते हुए चिकित्सक और […]
सदर अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही का एक और एक मामला सामने आया है. इलाज में लापरवाही के कारण ऑपरेशन के तीन दिन बाद 28 वर्षीया महिला की मौत हो गयी. इसके बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तोड़-फोड़ की. परिजनों के गुस्से को देखते हुए चिकित्सक और कर्मचारी भाग खड़े हुए.
परिजनों ने लगाया चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप
जांच को लेकर बोर्ड का हुआ गठन, 24 घंटे में देनी है रिपेार्ट
आरा : प्रसव में ऑपरेशन के बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पिरौटा गांव निवासी सनहू यादव की पत्नी रीना देवी की मौत हो गयी. तीन दिन पहले महिला का बड़ा ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया था. महिला की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो उठे और हंगामा करना शुरू कर दिया. महिला के परिजनों के गुस्से को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारी भाग खड़े हुए. परिजनों के हंगामे से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया.
परिजनों का कहना था कि ऑपरेशन के बाद महिला को बेहतर ढंग से इलाज नहीं किया गया. चिकित्सकों और कर्मचारियों द्वारा घोर लापरवाही बरती गयी है. सदर अस्पताल के लिए यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी इलाज में लापरवाही के चलते कई मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं समाजसेवी पिरौटा निवासी अखिलेश बाबा और रघुपति यादव ने कहा कि सदर अस्पताल में कुव्यवस्था का आलम है, जिस कारण आये दिन हादसा होता रहता है.
डीएस ने कहा, एन यूरिया की वजह से हुई मौत
डीएस सतीश कुमार सिन्हा ने कहा कि महिला की इलाज व देखरेख में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गयी है. उन्होंने कहा कि एकाएक किडनी शट्डाउन होने के कारण मौत हुई है.
जांच के लिए चार सदस्यीय बोर्ड का हुआ गठन
सदर अस्पताल के सीएस डॉ एसके अमन ने मामले को गंभीरता से लिया है. फिलहाल परिजनों को पांच हजार रुपये दिये गये हैं. वहीं डीएस के नेतृत्व में चार सदस्यीय चिकित्सकों के बोर्ड का गठन किया गया है. जो 24 घंटे के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद दोषी चिकित्सक व कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि हर हाल में मरीजों को बेहतर सेवा देने के लिए कार्य किया जा रहा है.