आरा : भोजपुर पुलिस रविवार को असम पहुंची, जहां जेल में बंद कृष्ण प्रसाद गुप्ता और जगरनाथ दास से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि महंथु नाथ के बुलावे पर विजय कुमार सिंह और विकास कुमार सिन्हा असम आये हुए थे. दोनों गांजा की तस्करी करते थे.
30 जनवरी को महंथु नाथ के इशारे पर दोनों की हत्या कर दी गयी और साक्ष्य मिटाने के उदेश्य से शव को जला दिया गया. काफी मशक्कत के बाद परिजनों ने जुते से पहचान की. घटना के बाद से ही महंथु नाथ फरार चल रहा है. हत्या की खबर मिलने के बाद परिजनों ने सुरक्षा को लेकर एसपी से गुहार लगायी थी, जिसके बाद पुलिस की टीम को परिजनों के साथ शव को ले जाने के लिए भेजा था. शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुका था, जिससे परिजनों को पहचानने में भी काफी परेशानी हुई. विकास के भाई ने जुते से भाई की पहचान की.
गांजे की तस्करी में गयी दोनों की जान
पुलिस ने बताया कि गांजा की तस्करी के लिए विजय व विकास अक्सर यहां आते-जाते थे. जब दोनों असम गये, तो उनके मोबाइल पर महंथु नाथ ने पैसा देने की बात कह बुला लिया. इसके बाद दोनों की हत्या कर दी.