कोइलवर : रविवार को कोइलवर सोन नद में मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबे हुए युवकों का शव चनपुरा व सूअरमरवा सोन नदी से बरामद किया गया. मालूम हो कि रविवार को पटना जिले के नौबतपुर थाने के सरास्त गांव से आदर्श युवा क्लब दुर्गापूजा समिति के सदस्य प्रतिमा विसर्जन के लिए कोइलवर सोन नदी आये थे. जहां कोइलवर स्टेशन के समीप सोन नद में मूर्ति विसर्जन के दौरान तीन युवक डूब गये थे. इसमें एक युवक पिंटू का शव घंटे भर में स्थानीय मछुआरे की मदद से निकाल लिया गया था.
बाकी दो युवकों का शव दो घंटे प्रयास के बाद भी नहीं मिल पाया था. इसके बाद आक्रोशित साथियों ने प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए शव के साथ कोइलवर पुल को दो घंटे तक जाम कर आरा-पटना पथ पर यातायात ठप कर दिया था और जमकर उत्पात मचाया था. पुलिस की सूझबूझ के कारण मामले को शांत करा एसडीआरएफ बुला शव को खोजा जाने लगा. लेकिन अंधेरे के कारण अभियान को सोमवार की सुबह तक रोक दिया गया. इस घटना को लेकर भोजपुर एडीएम सुरेंद्र प्रसाद,
कोइलवर सीओ मृत्युंजय कुमार, बीडीओ सुलेखा कुमारी, थानाध्यक्ष पंकज सैनी, मुख्य पार्षद विनोद कुमार, पार्षद राज कुमार रविवार की रात से कोइलवर सोन नदी घाट पर कैंप किये हुए थे. इधर उनके क्षेत्र के युवकों का डूबने की सूचना मिलते ही बिक्रम विधायक भी कोइलवर पहुंचे थे. स्थानीय मछुआरों की मदद से सोमवार की सुबह छह बजे से ही सर्च अभियान शुरू कर महाजाल लगाया गया. घटनास्थल से तीन किलोमीटर दूर चनपुरा गांव के सामने नदी में मारुतिनंदन का शव जाल में फंसा. वहीं सर्च अभियान के दौरान तीसरे युवक ऋषभ का शव कोइलवर पुल से सात किलोमीटर दूर सुआरमरवा के समीप ऋषभ का शव एसडीआरएफ को मिला, जिसे एसडीआरएफ के स्टीमर से गोरया घाट लाया गया. एसडीआरएफ टीम कमांडर सब इंस्पेक्टर श्रवण बैठा ने बताया रविवार को सर्च अभियान चलाया गया था. लेकिन शाम होते ही अंधेरा होने के कारण सर्च अभियान को रोकना पड़ा. दुबारा सोमवार को दो बोट पर सवार 15 जवानों ने घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर से सर्च अभियान शुरू किया, जिसमें सफलता मिली. साथ ही बताया कि नदी में तेज करेंट होने के कारण डूबने के बाद ही दोनों युवक नदी की धारा के साथ ही नीचे नीचे बह गये होंगे. इसमें एक का शव तीन व दूसरा शव सात किलोमीटर दूर मिला. इधर पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए आरा भेजा.