भागलपुर: विवि थाना क्षेत्र के साहेबगंज में लॉज संचालक गांधी यादव (35) को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला. बुधवार शाम करीब आठ बजे उनके लॉज में घुस कर अपराधियों ने तीन गोलियां पेट और छाती में मार दी. उनकी मौत मौके पर ही हो गयी. घटना की सूचना पर पहुंची विवि थाने की पुलिस को आक्रोशित लोगों ने खदेड़ दिया.
थानाध्यक्ष समरेंद्र कुमार, एसआइ रघुवंश मणि सिंह पर लोगों ने पथराव भी कर दिया. पुलिस को जान बचा कर वहां से भागना पड़ा. इसका अपराधियों ने फायदा उठाया और घटना के बाद उन्हें भागने का पर्याप्त समय मिल गया. दो घंटे के बाद पुन: सदल-बल के साथ पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से एक बुलेट बरामद किया. मिस फायर होने के कारण एक गोली नहीं चली थी. मृतक पेशे से राज मिस्त्री भी था. मार्च 2012 में अपराधियों ने गांधी के बड़े भाई राजकुमार यादव उर्फ कारे यादव की साहेबगंज चौक पर गोली मार कर हत्या कर दी थी. उस केस में गांधी गवाह भी था.
राजा यादव, कारो यादव और पीको यादव ने इस हत्या को अंजाम दिया है. घटना के पीछे जमीन और पुराना केस का विवाद बताया जा रहा है. अपराधियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है.
राजेश कुमार, एसएसपी, भागलपुर
राजा यादव ने सामने से मारी गोली
मृतक के भाई बिरजू यादव व दिनेश यादव ने बताया कि राजा यादव (नसरतखानी) ने ही इस हत्या को अंजाम दिया है. बड़े भाई कारे यादव की हत्या में राजा नामजद आरोपी है. केस अभी भी चल रहा है. उस केस को उठाने के लिए राजा लगातार हमलोगों को धमकी दे रहा था. उसने पैसे की भी पेशकश की थी. लेकिन हमलोगों ने केस उठाने से इनकार कर दिया. इसके बाद राजा ने मेरे भाई की हत्या कर दी. राजा के साथ रंजीत यादव, कैलाश यादव, जामुन यादव, गुड्डू यादव, सिंटा यादव और मोहनियां मंडल भी शामिल था.