कहलगांव : कहलगांव में शारदा पाठशाला के मैदान में आयोजित दोदिवसीय जिला स्तरीय संतमत सत्संग का 69वां वार्षिक अधिवेशन रविवार को संपन्न हो गया. दूसरे दिन की शुरुआत सदगुरु के भजन कीर्तन से हुई. प्रथम सत्र में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए प्रधान आचार्य स्वामी चतुरानन महाराज ने योग और ज्ञान के संबंध पर जोर दिया.
उनके अनुसार, योग के बिना ज्ञान और ज्ञान के बिना योग संभव नहीं है. वस्तुत: दोनो एक–दूसरे के पूरक हैं. संसार में जितने भी संत हुए, सभी ने इसी विधि से आत्म कल्याण किया. अनुभवानंद बाबा, शुभाषानंद बाबा, अभय बाबा, योगानंद बाबा, वेदानंद बाबा ने भी अपने प्रवचन में योग और ज्ञान के महत्व को बताया.
कार्यक्रम को सरस बनाने के लिए प्रवचन के मध्य में मधुर भजनों की प्रस्तुति भी होती रही. अंत में आरती के साथ अधिवेशन की समाप्ति हुई. कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेंद्र प्रसाद महतो ने किया. संतमत का 70वां जिला अधिवेशन का आयोजन सबौर में कराये जाने की घोषणा की गयी. पंडाल में दूर–दूर से आये भक्त व श्रद्धालु हजारों की संख्या में उपस्थित थे.