सफलता. पीरपैंती के सिमानपुर मोड़ के पास हुई डकैती का खुलासा
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हथियार के साथ दो गिरफ्तार
सफलता. पीरपैंती के सिमानपुर मोड़ के पास हुई डकैती का खुलासा पीरपैंती थाना क्षेत्र के सिमानपुर मोड़ के पास भोला यादव के घर नौ फरवरी को हुई डकैती के मामले में पुलिस ने बुधवार को दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पीरपैंती : गुप्त सूचना पर पुलिस टीम ने बुधवार को एनटीपीसी एकचारी गेट के […]
पीरपैंती थाना क्षेत्र के सिमानपुर मोड़ के पास भोला यादव के घर नौ फरवरी को हुई डकैती के मामले में पुलिस ने बुधवार को दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
पीरपैंती : गुप्त सूचना पर पुलिस टीम ने बुधवार को एनटीपीसी एकचारी गेट के पूरब शोभानाथपुर गांव जाने वाले मार्ग पर जाल बिछाया था. इस दौरान काली-लाल रंग की बाइक पर दो युवक उधर से गुजर रहे थे. पुलिस ने उन्हें रोका, तो उन्होंने तेजी से भागने का प्रयास किया. पुलिस ने दोनों को खदेड़कर पकड़ लिया. पूछताछ में उन्होंने अपने को महेशमुंडा का अनिल महालदार और लालू मंडल बताया.
तलाशी में मिली डकैती की सामग्री भी : तलासी में अनिल महालदार के पास से कट्टा और भोला यादव के यहां से रामरती प्रसाद यादव के नाम का आधार कार्ड तथा लालू मंडल के पास से एक गोली और भोला यादव के घर से लूटा गया संजीव यादव का आधार कार्ड मिला. दोनों ने भोला यादव के घर डकैती में अपनी संलिप्तता स्वीकार की.
साथियों के बताये नाम : गिरफ्तार दोनों अपराधियों ने डकैती कांड में मिथुन मंडल, बबलू मंडल, डब्लू उर्फ पिंटू सोनार, सन्नी उर्फ शहनबाज और मो अली उर्फ डॉक्टर के शामिल होने की बात भी कही.
पीरपैंती के अलावा जगदीशपुर व बांका में भी करता था डकैती : इन दोनों ने पुलिस को यह भी बताया कि पीरपैंती के अलावा इनका गिरोह जगदीशपुर व बांका जिला के रजौन थाना क्षेत्र में भी डकैती व लूटपाट करता है. छापेमारी दल में अधिकारियों के अलावा टेक्नीकल सेल के सौरभ कुमार, उपेंद्र कुमार, रितु राज सिंह, नरेश कुमार निलेश, सुबोध यादव भी शामिल थे.
घटना के बाद से पुलिस लगातार कर रही थी छापेमारी : डकैती कांड की प्राथमिकी पीरपैंती थाना दर्ज कर पुलिस अनुसंधान कर रही थी. गृहस्वामी के स्मरण के आधार पर पुलिस डकैतों का स्केच बनवा कर पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. डकैतों ने जेवरात, मोबाइल व कागजात लूटे थे.
कहलगांव के एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने डकैतों के स्केच व लूटे गये मोबाइल के सहारे अनुसंधान शुरू कराया था. कहलगांव के थानाध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी, जिसमें पीरपैंती थानाध्यक्ष परशुराम सिंह, कहलगांव के पुअनि दुर्गेश कुमार, अनि विनोद कुमार झा व सअनि प्रमोद कुमार सिंह थे. पीरपैंती थानाध्यक्ष परशुराम सिंह ने जिस दिन थाना में योगदान दिया था, उसी दिन घटना हुई थी. उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया था.
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