भागलपुर : एनिमिया भागलपुर में स्कूल जाने वाली किशोरियों की सेहत को बिगाड़ने पर आमादा है. मंगलवार को आइएमए भागलपुर व भागलपुर ऑब्स एंड गायनिक सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में हैप्पी स्कूल में आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य जांच के तहत 80 किशोरियों के खून की जांच की गयी. जिसमें करीब 35 किशाेरियां एनिमिया की शिकार पायी गयी. यहीं नहीं इनमें से करीब सात प्रतिशत छात्राएं गंभीर रूप से एनिमिया की शिकार मिली.
इसके बाबत बीओजीएस की उपाध्यक्ष डॉ प्रतिभा सिंह ने बताया कि छात्राओं में एनिमिया होने का कारण पेट में कीड़ा, मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तश्राव, जंक फूड का अत्यधिक सेवन व पौष्टिक आहार का न लेना रहा. इसको लेकर छात्राओं की समस्याओं को सुनते हुए उन्हें जरूरी सलाह दी गयी. साथ ही सिविल सर्जन द्वारा सभी स्कूली बच्चों को पेट का कीड़ा मारने की दवा (अल्बेंडाजोल)दी गयी.आओ स्कूल चले’ कार्यक्रम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में कक्षा आठ व नौ के करीब 205 छात्र-छात्राओं के आंखों की जांच की गयी, जिनमें से करीब 25 से 30 प्रतिशत बच्चों को आंखों की दृष्टि दोष थी.
इन छात्रों के आंखाें की जांच नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सतीश कुमार ने की. इसके पूर्व आइएमए बिहार के अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह, उपाध्यक्ष डॉ संजय सिंह, आइएमए भागलपुर के अध्यक्ष डॉ मृत्युंजय कुमार चौधरी, सचिव डॉ कुमार सुनीत, बीओजीएस की उपाध्यक्ष डॉ प्रतिभा सिंह, अध्यक्ष डॉ अल्पना मोइत्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर अभियान का आगाज किया. मौके पर डॉ डीपी सिंह व डॉ मृत्युंजय कुमार चौधरी ने कहा कि छात्रों को अत्यधिक पाैष्टिक आहार, फल-हरी सब्जियों का सेवन करने की जरूरत है. आभार ज्ञापन आइएमए बिहार के उपाध्यक्ष सह हैप्पी वैली के चेयरमैन डॉ संजय सिंह ने किया. इस अवसर पर बीओजीएस की सचिव डॉ इमराना रहमान, डॉ सीमा सिंह, डॉ वसुंधरा लाल, डॉ किरण सिंह, डॉ शैलबाला श्रीवास्तव, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ सोमेन चटर्जी, डॉ अमिताभ सिंह, डॉ बिहारी लाल, डॉ राजकुमार चाैधरी, डॉ आनंद सिन्हा, डॉ राजीव कुमार, डॉ विष्णु डोकानियां आदि मौजूद रहे.