नोटबंदी के बाद भी भागलपुर से लोकल हवाला का कारोबार जारी है. भागलपुर से इस लोकल हवाला के कारोबार की जड़ दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरू और राजस्थान तक फैली हुई है. शुक्रवार को पटना जीआरपी में पकड़े गये अपने आप को तार का व्यापारी कहने वाले अनिल कुमार नरसरिया पांच लाख नकदी के साथ पकड़ा गया. उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि ये रुपये ब्लैक मनी है, जिसे वह ठिकाना लगाने के लिए नयी दिल्ली में किसी व्यापारी को देने जा रहा था.
इसे वह भागलपुर से लेकर आ रहा था. पुलिस उससे यह उगलवाने की कोशिश कर रही है कि बिजली के सामान का भागलपुर में कौन व्यापारी कारोबार करता है, जिसके तार अनिल से जुड़े हैं. इसके साथ ही पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि पैसे किस व्यापारी ने दिये.