जेएलएनएमसीएच. एक साल में 25 प्रतिशत रक्तदाता बढ़े
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आगे आये रक्तदाता, समृद्ध बना ब्लड बैंक
जेएलएनएमसीएच. एक साल में 25 प्रतिशत रक्तदाता बढ़े भागलपुर : रक्तदान को लेकर सरकारी से गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा किया गया जनजागरण अभियान का असर अब आम जनमानस में पड़ने लगा है. जागरूकता का असर रहा कि रक्तदान को लेकर अंध विश्वास की बेड़ी में जकड़े लाेगों की झिझक व अनावश्यक डर टूटने लगा है. […]
भागलपुर : रक्तदान को लेकर सरकारी से गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा किया गया जनजागरण अभियान का असर अब आम जनमानस में पड़ने लगा है. जागरूकता का असर रहा कि रक्तदान को लेकर अंध विश्वास की बेड़ी में जकड़े लाेगों की झिझक व अनावश्यक डर टूटने लगा है. इस का परिणाम रहा है कि साल 2015 की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक रक्तवीर ने अपना-अपना रक्तदान देने आगे आये. जेएलएनएमसीएच (मायागंज हॉस्पिटल) का ब्लड बैंक खून के मामले में आज की तारीख में समृद्ध हो गया है.
आंकड़ों की माने तो एक साल के अंदर ही करीब 25 प्रतिशत रक्त दानवीर बढ़ गये. साल 2015 में जहां ब्लड बैंक में 6281 यूनिट खून मिला था, वहीं 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ साल 2016 में यह आंकड़ा 7825 यूनिट पर पहुंच गया. ब्लड बैंक की मेडिकल आफिसर डॉ दिव्या सिंह बताती हैं कि मायागंज का ब्लड बैंक अब इस हैसियत में पहुंच गया है जहां से खून की कमी होने जैसी समस्या मीलों पीछे छूट गयी है. हम लगातार भागलपुर के छह व बांका के चार बीएसयू (ब्लड स्टोरेज यूनिट) से आग्रह कर रहे हैं कि वह अपने जरूरत के हिसाब से जितने यूनिट खून की जरूरत है ले जाये.
पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के वक्त महज 14 यूनिट ही उपलब्ध था खून : एक सितंबर 2015 को जब भागलपुर में जनसभा को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले थे. उस समय मायागंज हॉस्पिटल के ब्लड बैंक की हालत बेहद नाजुक थी. तब यहां महज 14 यूनिट ही खून उपलब्ध था, लेकिन आज की तारीख में ब्लड बैंक समृद्ध है. दो जनवरी को मायागंज हॉस्पिटल में 456 यूनिट खून उपलब्ध था.
सबसे ज्यादा ओ व बी ग्रुप के खून, एबी व ए कम : बिहार के ब्लड बैंकाें में 42 प्रतिशत खून ओ पाॅजिटिव, 38 प्रतिशत बी पॉजिटिव, 14 प्रतिशत ए पॉजिटिव और 6 प्रतिशत एबी पॉजिटिव खून की उपलब्धता है. इसके सापेक्ष मायागंज हॉस्पिटल स्थित ब्लड बैंक में ओ एवं बी पाजिटिव करीब समान मात्रा में खून है, जबकि एबी एवं ए इनकी अपेक्षाकृत कम है.
गैर सरकारी संगठनों की महती भूमिका : अगर मायागंज स्थित ब्लड बैंक खून की उपलब्धता के मामले में समृद्ध है तो इसके पीछे यहां के स्वयंसेवी संस्थाओं की महती भूमिका है. बिहार बंगाली समिति के सचिव निरुपम कांतिपाल व संयुक्त सचिव उत्तम देबनाथ बताते हैं कि साल 2017 में पहले रक्तदान शिविर के पहले कार्यक्रम के तहत 23 जनवरी को पूर्वाह्न 11 से सायं पांच बजे तक दुर्गा चरण प्राथमिक विद्यालय मानिक सरकार चाैक में वृहद रक्तदान उत्सव का आयोजन किया जायेगा. इसके तहत 200 यूनिट खून का इंतजाम किया जायेगा. इसी तरह बीते साल में कुमार क्लासेज ने रक्तदान शिविर का आयोजन कर एक ही दिन में 104 यूनिट खून का एकत्र किया था.
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