18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

माता-पिता की सेवा ही बैकुंठ

श्रीमद्भागवत कथा. गौशाला में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक पुण्डरिक गोस्वामी जी महाराज ने रासलीला, भगवान श्रीराम व श्रीकृष्ण की महिमा पर की कथा भागलपुर : भगवान श्रीकृष्ण ने पूरे ब्रजवासियों को बैकुंठ का दर्शन कराया. उन्हें संदेश दिया कि जहां आपके सगे-संबंधी व माता-पिता की […]

श्रीमद्भागवत कथा. गौशाला में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक पुण्डरिक गोस्वामी जी महाराज ने रासलीला, भगवान श्रीराम व श्रीकृष्ण की महिमा पर की कथा
भागलपुर : भगवान श्रीकृष्ण ने पूरे ब्रजवासियों को बैकुंठ का दर्शन कराया. उन्हें संदेश दिया कि जहां आपके सगे-संबंधी व माता-पिता की सेवा व सम्मान हो, वहीं सबसे बड़ा बैकुंठ है. उक्त बातें वृंदावन से पधारे पुण्डरिक गोस्वामी जी महाराज ने बुधवार को को गौशाला में श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन रासलीला, भगवान श्रीराम व श्रीकृष्ण की महिमा का बखान करते हुए कही. उन्होंने इससे पहले मंच पर ध्यान किया, इसके बाद ही कथा शुरू की.
श्रीराम और श्रीकृष्ण में भेद नहीं : उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण में भेद नहीं है. श्रीराम पूर्ण परमात्मा हैं. श्रीराम ने सारी लीला की, लेकिन रासलीला से चूक गये. सब लोग रासलीला नहीं कर सकते. श्रीकृष्ण का हर कृत्य रासलीला है. भगवान श्रीकृष्ण को लाला क्यों कहा है, क्योंकि ठाकुरजी के पास लीला है. लीला में सबसे बड़ा रासलीला है. ज्ञानी दो प्रकार के होते हैं. ब्रह्म ज्ञानी व ईश्वर ज्ञानी. उन्होंने कहा कि भगवान ने हमें भगवत सुमिरन के लिए 11 इंद्रियां दी है. हमें अपने हर कर्मों में व हर माध्यम में भगवत दर्शन को शामिल करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सभी देवी-देवता मिलकर सभी तरह के कार्य कर सकते हैं, लेकिन रासलीला सिर्फ श्रीकृष्ण ही कर सकते हैं. रासलीला में पूरा ब्रह्म मंडल, पूरा भूलोक, पाताल लोक सिर्फ श्रीकृष्ण की बांसुरी बंधन है. ब्रज के अलावा भूलोक में किसी भी कन्या को प्रताड़ित किया गया, उससे भगवान श्रीकृष्ण ने विवाह कर अपना सानिध्य प्रदान किया. कथा में यजमान के रूप में शिव अग्रवाल, विमल अग्रवाल, सुनील झुनझुनवाला, रंजीत झुनझुनवाला, श्रवण बाजोरिया, प्रशांत बाजोरिया, रतन संथालिया, सुरेश भिवानीवाला, ओम झुनझुनवाला, रवि बुधिया, कन्हैया सरावगी शामिल थे. मौके पर श्री दादी जी सेवा समिति के शिव अग्रवाल, महासचिव अनिल खेतान, ओमप्रकाश कानोडिया, रामगोपाल पोद्दार, चांद झुनझुनवाला, गोपाल भारती गौड़, मनोज बड़बड़िया, अश्विनी जोशी मोंटी, अनिल बंका, शंकर सोनी, सुबोध बाजोरिया, आशीष सराफ आदि उपस्थित थे. नृत्य नाटिका से भीष्म प्रतिज्ञा का वर्णन : श्यामाश्याम लीला संस्थान की ओर से रासलीला के छठे दिन भीष्म पितामह की ओर से किये गये भीष्म प्रतिज्ञा को नृत्यनाटिका के माध्यम से वर्णन किया गया. रासलीला के दौरान युवा व बुजुर्गों के साथ महिलाएं भी काफी संख्या में मौजूद थीं. मौके पर सारिका खेतड़ीवाल, रेशम बाजोरिया, सरिता , सुनीला बाजोरिया, रेणु भिवानीवाला आदि उपस्थित थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें