नवगछिया : नवगछिया के इस्माइलपुर के लक्ष्मीपुर स्थित गंगा प्रसाद बांध टूटने के बाद आयी प्रलयंकारी बाढ़ का पानी तीन माह बाद भी एनएच के दक्षिण पुनामा प्रतापनगर नवटोलिया में कई घरों से नहीं निकला है. यहां के करीब 30 परिवारों के 150 सदस्य एसपी आवास के पास एनएच के सर्विस रोड और नवगछिया बस स्टैंड के आसपास खानाबदोश की जिंदगी जी रहे हैं. हर रोज इनके दिन की शुरुआत ही समस्याओं से होती है. न तो शुद्ध पेयजल मिल रहा है और न ही शौचालय की व्यवस्था है. लोग यहां माल-मवेशियों के साथ रह रहे हैं. चालू सड़क पर अक्सर इनके मवेशी वाहन की चपेट में आ रहे हैं.
इनके बच्चों के जीवन पर भी हमेशा दुर्घटना का खतरा रहता है. बाढ़ पीड़ित उर्मिला देवी की बकरी दो दिन पहले ही एक वाहन की चपेट में आ कर मर गयी. बाढ़ पीड़ित परिवारों के मुखिया अनिल पासवान, उर्मिला देवी, बालेश्वर पासवान, गायत्री देवी, विकास पासवान, गुंजा देवी, सूरज पासवान, सिंपू देवी, राजेश यादव, उर्मिला देवी दो, राजेंद्र पासवान आदि ने कहा कि अभी भी उन लोगों के घरों में दो फीट से भी ज्यादा पानी जमा है. पानी की निकासी नहीं होने के कारण पानी घटने या सूखने का नाम ही नहीं ले रहा है. अगर प्रशासनिक स्तर से पानी निकालने की व्यवस्था की गयी होती, तो आज वे लोग भी अपने घरों में रहते. यही हालात रही, तो उनके घरों से पानी निकलने में कम से कम दो माह का समय लग जायेगा. उन लोगों को सड़क पर रहने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
अब तक नहीं मिला मुआवजा
यहां रह रहे बाढ़पीड़ित परिवारों को सरकार द्वारा घोषित मुआवजा भी अबतक नहीं मिला है. बाढ़पीड़ितों ने कहा कि कार्यालय जाने पर सरकारी बाबू टाल-मटोल करते हैं. कहा जाता है कि लाल कार्ड रहेगा तभी मुआवजा मिलेगा. बाढ़पीड़ित राजेंद्र पासवान ने कहा कि करीब 260 परिवारों को अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली हैकहते हैं एसडीओ
नवगछिया के एसडीओ राघवेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासनिक स्तर से जल्द ही बाढ़पीड़ितों की समस्या का समाधान किया जायेगा.
उजड़े 60 परिवारों को बसाने का प्रस्ताव
विजय घाट संपर्क पथ . एक वर्ष से अधिक समय से संपर्क पथ का निर्माण है अटका
अगले वर्ष फरवरी तक विजय घाट पुल पर आवाजाही सुचारु करने में प्रशासन के दो निर्देश अहम साबित होंगे. पहले निर्देश में जिला प्रशासन ने घाट के संपर्क पथ के निर्माण में सबसे बड़ी अड़चन बने 60 परिवारों को बसाने का प्रस्ताव तैयार किया.
वरीय संवाददाता 4भागलपुर
प्रस्ताव जिला भू अर्जन ने सामाजिक आकलन के सर्वे में आये सभी परिवार को बसाने के लिए अपर समाहर्ता(राजस्व) के पास भेजा है. इन उजड़े परिवार के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश की जायेगी. इन परिवार के हटते ही वहां संबंधित एजेंसी सड़क निर्माण को करना शुरू कर देगी. दूसरे निर्देश में विजय घाट के गाइड बांध के लिए 10 लाख रुपये की मांग की गयी है. जिससे भू अर्जन की प्रक्रिया की राह आसान होगी. पुल के दोनों ओर गाइड बांध भी बनने हैं. बता दें कि एक वर्ष पूर्व भू अर्जन नहीं होने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उद्घाटन के बाद भी विजय घाट पुल बेकार साबित हो रहा है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भी दौरे के दौरान वहां के लोगों ने विजय घाट संपर्क पथ के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए कहा था.
सामाजिक प्रभाव आकलन के तहत 4.054 एकड़ का हुआ था सर्वे
संपर्क पथ के रास्ते में आये थे 38 निजी आवासीय भूखंड
विजय घाट के गाइड बांध के लिए 10 लाख रुपये मांगे
संपर्क पथ के लिए हुआ था एसआइओ
विजय घाट पुल के नवगछिया अंचल के मौजा प्रताप नगर थाना नं. 124 राजस्व थाना बिहपुर में विजय घाट के समीप कोसी नदी पर उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच पथ के निर्माण के लिए भू अर्जन होना है. इसमें गृह भूखंड की भूमि रकबा करीब 4.054 एकड़ से संबंधित भू-अधिग्रहण अधिनियम 2013 की धारा 4 के तहत प्राप्त सामाजिक प्रभाव आकलन अध्ययन का मूल्यांकन हुआ. विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष सेवानिवृत डीडीसी श्यामानंद शर्मा, सदस्य डॉ उग्र मोहन झा, सेवानिवृत सीओ शिव पूजन सिंह, व्याख्याता राम विलास पंडित, कदवा दियारा व खैरपुर के मुखिया, सरपंच सहित पुल निर्माण निगम के सहायक अभियंता राम इकबाल सदस्य ने एसआइओ की रिपोर्ट पर अपनी मुहर लगा दी.
एसआइओ रिपोर्ट के बाद अधिग्रहण की धारा 8 के तहत विशेषज्ञ ने 60 परिवारों को फायदा होनेवाला है. अब धारा 11 के तहत पुनर्वास पर काम होगा.
जितेंद्र प्रसाद साह, जिला भूअर्जन पदाधिकारी