अगर विक्रमशिला सेतु पर टोल टैक्स वसूली होती है तो उसमें देरी होगी. इससे सेतु पर जाम लगेगा और विधि व्यवस्था गड़बड़ होने का खतरा रहेगा. अगर डीएम के प्रस्ताव पर हरी झंडी मिल जाती है, तो व्यावसायिक वाहन मालिकों को बड़ी राहत मिल जायेगी और टैक्स वसूली में देरी से संभावित जाम से निजात मिल जायेगा. इससे पहले सदर एसडीओ कुमार अनुज ने टोल टैक्स ठेकेदार से कहा कि केंद्र सरकार के टोल फ्री करने के बावजूद वसूली हो रही है, जो गलत है.
सदर एसडीओ ने स्पष्ट तौर पर कहा कि 12 नवंबर तक टोल नहीं लेना है और उसके बाद अगर टोल लेते हैं तो पर्याप्त खुल्ला रखें. विक्रमशिला सेतु टोल पर नौ नवंबर को भी काउंटर पर खुदरा नहीं होने और पांच सौ रुपये के नोट के कारण सुबह से ही जाम लग गया था. जाम में बस, ट्रक व अन्य बड़ी गाड़ियां फंसी रहीं और परेशान चालकों ने कई बार हंगामा किया.