भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विवि के कुलपति कार्यालय में शनिवार को सभी स्नातकोत्तर विभागों के अध्यक्षों की बैठक आयोजित की गयी. सबसे पहले कुलपति प्रो रमाशंकर दुबे ने सभी का स्वागत किया और सबने कुलपति को बधाई दी. बैठक में परीक्षा, रिजल्ट, सिलेबस व शोध पर विस्तार से चर्चा हुई. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के प्रति छात्रों का विश्वास बहुत कम होता जा रहा है.
उनके विश्वास को जीतना सबसे अधिक जरूरी है. इसके लिए छात्र हित की पूर्ति होनी ही चाहिए. उनकी समस्या का समाधान निकालना ही होगा. रिजल्ट समय पर देने की कोशिश होनी चाहिए. एकेडमिक कैलेंडर बनाना आवश्यक है और उसे पूर्ण रूप से लागू करना हमारी प्राथमिकता है. इसके बाद ही कोर्स समय पर पूरा हो सकेगा और समय पर परीक्षा व रिजल्ट हो सकेगा.ऐसा नहीं होने पर हमें यूजीसी के उस निर्देश को नहीं भूलना चाहिए, जिसमें कहा गया है कि समय पर कोर्स पूरा, परीक्षा का आयोजन व रिजल्ट का प्रकाशन नहीं होने पर विश्वविद्यालय के ग्रांट पर रोक लगा दिया जायेगा.
होगी मॉनीटरिंग
उन्होंने कहा कि सिलेबस को भी समय-समय पर अपडेट करते रहना आवश्यक है. हमें सोचना होगा कि किस तरह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके. शोध को भी बढ़ावा देने की जरूरत बतायी. उन्होंने कहा कि शिक्षण व शोध को अलग नहीं किया जा सकता. विभिन्न एजेंसी (यूजीसी, डीएसटी, डीबीटी आदि) में प्रोजेक्ट बना कर भेजें. इसके लिए मॉनीटर भी किया जायेगा कि किस विभाग से कितना प्रोजेक्ट भेजा जा रहा है. प्रोजेक्ट आने पर विवि की आमदनी भी बढ़ेगी और शोध में गुणवत्ता भी.
पीएचडी कोर्स पर भी विस्तार से चर्चा हुई. प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने इस पर विस्तार से जानकारी भी दी. उन्होंने कहा कि पीएचडी कोर्स शीघ्र शुरू करने के लिए सारे डीन की एक बैठक यथाशीघ्र की जायेगी ताकि इसके विभिन्न पहलुओं पर निर्णय लिया जा सके. इस मौके पर डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार, प्रोक्टर डॉ रामप्रवेश सिंह, सीसीडीसी डॉ राजीव कुमार सिन्हा, कुलसचिव डॉ ताहिर हुसैन वारसी, कॉलेज निरीक्षक मणिंद्र सिंह व आशुतोष प्रसाद, एफओ बिरेंद्र कुमार वर्मा व कमोबेश सभी पीजी हेड व संकायाध्यक्ष मौजूद थे.