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चोरहर काली मंदिर कोसी में समाया

कोसी का कहर. सप्ताह भर से अधिक समय से जारी था कटाव, किसी ने नहीं दिया ध्यान खरीक प्रखंड के चोरहर में कोसी नदी के भीषण कटाव में अंतत: यहां का प्रसिद्ध काली मंदिर कट कर नदी में समा गया. शनिवार की शाम 6:16 बजे काली मंदिर इतिहास बन गया. खरीक : मंदिर ध्वस्त होने […]

कोसी का कहर. सप्ताह भर से अधिक समय से जारी था कटाव, किसी ने नहीं दिया ध्यान

खरीक प्रखंड के चोरहर में कोसी नदी के भीषण कटाव में अंतत: यहां का प्रसिद्ध काली मंदिर कट कर नदी में समा गया. शनिवार की शाम 6:16 बजे काली मंदिर इतिहास बन गया.
खरीक : मंदिर ध्वस्त होने से कुछ ही देर पहले बचाव कार्य में लगे मजदूर और जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता ध्वस्त हुए स्थल से हट गये थे, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.
ग्रामीणों में दहशत : मंदिर ध्वस्त होने से ग्रामीणों में दहशत है. ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं. शिवचरण पासवान, शंकर शर्मा, विलास पंडित, रामचरण मोदी, जयप्रकाश मोदी, संजय सिंह, राजेश पंडित, चोरहर के मोदी टोला और पंडित टोला के कई घर कटाव के मुहाने पर हैं.
सैकड़ों साल पुराना था मंदिर, छह साल पहले हुआ था नवनिर्माण
ग्रामीण डोमन मोदी, जयकिशोर साह, श्रवण साह, शिवचरण पासवान, राजेश पंडित आदि ने बताया क़ि चोरहर का काली मंदिर सैकड़ों साल पुराना था. छह साल पहले जनसहयोग से तकरीबन 50 लाख रुपये से मंदिर का नवनिर्माण कराया गया था. कोसी पार इलाके में भवनपुरा दुर्गा मंदिर के बाद चोरहर काली मंदिर का विशेष स्थान था. मंदिर के नदी में समा जाने से ग्रामीण स्तब्ध हैं. लोग किसी बड़ी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं. गांव में रुदन-क्रंदन का माहौल है.
कहते है अधिकारी : जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सियाराम पासवान ने कहा कि चोरहर में कटाव रोकने के लिए विभागीय स्वीकृति लेनी होगी. कटाव रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया जायेगा.
सांसद तक नहीं पहुंची ग्रामीणों की आवाज :ग्रामीण राजेश पंडित, डोमन मोदी आदि ने कहा कि मंदिर ध्वस्त होने से पहले वे लोग सांसद शैलेश कुमार उर्फ़ बुलो मंडल को जानकारी देना चाह रहे थे, लेकिन मोबाइल पर उनके पीए बार-बार यही कहते रहे कि दस बजे से पहले बात नहीं होगी. 11 बजे के बाद भी कई बार हम लोगों ने बात करने का प्रयास किया, लेकिन सांसद से बात नहीं हो सकी. एक सप्ताह पूर्व यदि किसी ने संज्ञान लिया होता तो आज लाखों की लागत से बना मंदिर नदी में नहीं समाता. ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों की समस्या का जब तक समाधान नहीं होगा आंदोलन करेंगे.
दोपहर बाद दो बजे कट रहे मंदिर के पास ग्रामीणों की जुटी भीड़.
मंदिर की फाइल फोटो.

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