सबौर : भागलपुर को फरक्का से जोड़नेवाली एनएच-80 पर स्थित मसाढ़ू पुल में दरार आ गयी है. इससे एक बार फिर आवागमन ठप होने की उम्मीद बन गयी है. हाल ही में पुल का मरम्मत हुआ है. मरम्मत का काम एनएच ने अपनी देखरेख में पटना की दयाल हाइटेक कंस्ट्रक्शन कंपनी से करायी थी. इस […]
सबौर : भागलपुर को फरक्का से जोड़नेवाली एनएच-80 पर स्थित मसाढ़ू पुल में दरार आ गयी है. इससे एक बार फिर आवागमन ठप होने की उम्मीद बन गयी है. हाल ही में पुल का मरम्मत हुआ है. मरम्मत का काम एनएच ने अपनी देखरेख में पटना की दयाल हाइटेक कंस्ट्रक्शन कंपनी से करायी थी. इस पर लगभग 68 लाख रुपये खर्च हुए हैं.
मरम्मत के बाद एक अक्तूबर से पुल काे भारी वाहनों के परिचालन के लिए चालू किया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि गुणवत्तापूर्ण काम नहीं हुआ, जिसका परिणाम आठ दिन के अंदर सामने आ गया.
ग्राउटिंग के बाद फिर आयी दरार, तो वाहन का चलना बंद होगा : एनएच मुख्यालय के अधिकारी ने बताया कि इंजीनियर से जांच करायी गयी है. प्लास्टर में दरार है. फिर भी ग्राउटिंग का काम कराया जायेगा.
मसाढ़ू पुल में…
इसके बाद जब दरार आयी, तो ट्रैफिक रोका जायेगा. पुल को ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन से नुकसान होता है. नया पुल का निर्माण प्रस्तावित है. मंत्रालय को डीपीआर भेजा गया है. प्राथमिकता के तौर पर इसे जल्द स्वीकृति मिलेगी. मसाढ़ू पल की जगह नया पुल का निर्माण होगा.
100 साल पुराना है मसाढ़ू पुल
एनएच-80 पर स्थित मसाढ़ू पुल तकरीबन 100 साल पुराना है. पुल का दक्षिणी भाग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने के कारण 19 जून को बैरियर लगा दिया गया था. ट्रक एसोसिएशन ने अपने खर्च से डायवर्सन का निर्माण कराया. बाढ़ में नवनिर्मित डायवर्सन का वजूद मिट गया. एनएच ने आनन-फानन में पुल को रिपेयर कराने के लिए टेंडर निकाला, जिसमें दयाल कंस्ट्रक्शन को काम की जिम्मेदारी दी गयी. लगभग 68 लाख रुपये खर्च हुए.
एनएच मुख्यालय ने करायी जांच, कहा फिलहाल आवागमन के लिए पुल सुरक्षित
हाल ही में 68 लाख से हुआ था मरम्मत
एक अक्तूबर से पुल काे भारी वाहनों के परिचालन के लिए किया गया था चालू
पुल की जांच करायी गयी है. कोई दिक्कत नहीं है. प्लास्टर में हेयर क्रैक है. पुल विभाग की देखरेख में है. दोबारा जांच के लिए इंजीनियर को भेजा जायेगा.
रामवधेश कुमार, चीफ इंजीनियर, एनएच, पटना