भागलपुर: जयकिशन शर्मा हत्याकांड में नौवें दिन पुलिस को अहम जानकारी हाथ लगी. पुलिस ने घटना के तीन चश्मदीदों को मंगलवार देर शाम खोज निकाला. तीन में एक चश्मदीद ने हत्या के बाद अपराधियों को मोटरसाइकिल से भागते देखा था.
पुलिस ने तीनों चश्मदीद मधुकर चौरसिया (अफजुगंज, सुल्तानगंज), जगदेव सिंह (नया टोला, सुल्तानगंज) व बाबूलाल रजक (कटौन, रजाैन) को कोतवाली लाकर उनसे पूछताछ की. तीनों चश्मदीद घटनास्थल के पास अलग-अलग घर के चबूतरे पर रोजाना सोते हैं. सभी पेशे से रसोइये हैं.
दो अपराधी नया बाजार की ओर भागे
चश्मदीद मधुकर चौरसिया ने पुलिस को बताया कि घटनावाली रात वह सोने की तैयारी कर रहा था. चबूतरे पर बिस्तर लगा लिया था और उसी पर बैठ कर चूड़ा खा रहा था. तभी गोली चलने के बाद आवाज आयी. एक व्यक्ति (जय किशन शर्मा) चिल्लाते हुए गली से निकला. तब तक दो व्यक्ति एक मोटरसाइकिल से नया बाजार की ओर भागे.
संभवत: वे अपराधी थे. सीसीटीवी फुटेज से भी इस बात का खुलासा हुआ है, लेकिन फुटेज में अपराधियों की संख्या तीन है. मधुकर के मुताबिक मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति काला पैंट और सफेद शर्ट या स्वेटर पहने था. दूसरे को नहीं देख पाये. फायरिंग के बाद वह अपने बिस्तर से उठ कर मौके पर भी गया. वहां देखा कि घायल जय किशन को टेंपो पर बैठाया जा रहा था.
फोन से बात करनेवाले का चेहरा याद नहीं : चश्मदीद मधुकर को किसी का चेहरा याद नहीं है. दरअसल, पहले सारे अपराधी पवन डालुका के घर के आगे जमा हुए थे. इसी बीच एक व्यक्ति घर से फोन पर बात करते हुए निकला. उसने बाहर सड़क पर आकर थूका भी. थूकनेवाले व्यक्ति को देख तीन अपराधी छिटक कर सड़क की दूसरी ओर चले गये. दूसरी ओर चबूतरे पर मधुकर बैठ कर खा रहा था. लेकिन उसे तीनों संदिग्ध में किसी का चेहरा याद नहीं है.
लगन में कमाने गये थे : मधुकर ने बताया कि वह लगन में कमाने चला गया था. उसके साथ बाबूलाल व जगदेव भी थे. इस कारण घटना के बाद से वे लोग चबूतरे पर नहीं सो रहे थे. लगन खत्म हुआ, तो मंगलवार को सोन के लिए पुन: आ गये. उधर चश्मदीदों से पूछताछ करने एएसपी हरिकिशोर राय, सिटी डीएसपी वीणा कुमारी कोतवाली पहुंचे. देर रात तीनों चश्मदीदों को पीआर बांड भरवा कर छोड़ दिया.