कहलगांव : कहलगांव स्थित गंगाधार और कोल ढाब में रविवार को दिन भर डीएफओ की टीम ने सघन छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान 27 प्रबंधित कपासी (मसहरी) जाल जब्त किया गया. छापेमारी की सूचना पर आसपास में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. कपासी जाल लगाने वाले लोग भाग खड़े हुए. जाल में फंसी छोटी-छोटी […]
कहलगांव : कहलगांव स्थित गंगाधार और कोल ढाब में रविवार को दिन भर डीएफओ की टीम ने सघन छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान 27 प्रबंधित कपासी (मसहरी) जाल जब्त किया गया. छापेमारी की सूचना पर आसपास में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. कपासी जाल लगाने वाले लोग भाग खड़े हुए.
जाल में फंसी छोटी-छोटी मछलियों को गंगा में प्रवाहित कर दिया गया. छापेमारी दल का नेतृत्व कर रहे वन क्षेत्र पदाधिकारी ब्रज किशोर सिंह ने बताया कि वन प्रमंडल पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा के निर्देश पर छापेमारी की गयी. गंगा के आर-पार बड़ी नौका से लगभग 15 किमी के दायरे में दर्जन भर से अधिक गंगा तट व कोल ढावों में दिन भर छापेमारी की गयी.
छोटी मछलियों के कपासी जाल में फंसने के कारण सबसे अधिक डॉल्फिनों के जीवन को ख़तरा उत्पन्न हो जाता है. क्योंकि छोटी मछलियां ही डॉल्फिनों का भोजन होता है. छापामारी दल में वनपाल विजय कुमार सिंह, वनरक्षी दयानंद किशोर, कुंदन कुमार शामिल थे. स्थानीय मछुआरों का भी सहयोग लिया गया. जब्त कपासी जाल को भागलपुर ले जाया गया, जहां मुख्य दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.