भागलपुर : जेएलएनएमसीएच के डेंगू वार्ड में शनिवार को तीन नये डेंगू के मरीजाें की भरती हुई. शनिवार को तीन मरीजों की छुट्टी कर दी गयी. शनिवार को बांका जिले के धोरैया प्रखंड के चलना गांव की आशा देवी(40) 31 अगस्त को मेडिसिन वार्ड में डॉ पी युगुल की यूनिट में भरती हुई थी.
रैपिड किट में पॉजीटिव पाये जाने पर उसे शनिवार को डेंगू वार्ड में भरती किया गया. बांका जिले के रजौन प्रखंड के सिंघारी गांव की सविता देवी(22) को 31 अगस्त को डॉ डीपी सिंह की यूनिट में मेडिसिन वार्ड में भरती किया गया. शनिवार को सविता देवी को भी डेंगू वार्ड में भरती किया गया.
डेंगू का तीसरा मरीज साहेबगंज, झारखंड के मिर्जा चौकी से आया. मिर्जा चौकी के रवि कुमार(20) को शनिवार को डेंगू वार्ड में भरती कराया गया. इस क्रम में शनिवार को ही तीन मरीज क्रमश: सुलतान खान, अरुण झा व वीरो मंडल को स्वस्थ होनेे के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया.
डेंगू से नहीं हुई थी अरविंद की मौत
पांच घंटे की जांच रिपोर्ट को आने में पांच दिन लग गये. तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी. मौत के बाद हंगामा होने के बाद पता चला कि जिस मरीज की मौत डेंगू से होने की बात कहीं जा रही थी, उसे तो डेंगू हुआ ही नहीं था. बांका जिले के तेलिया गांव के अरविंद साह(22) को 28 की मध्य रात्रि 12:05 बजे मायागंज के डेंगू वार्ड में भरती कराया गया था. रैपिड किट में उसे डेंगू निगेटिव करार दिया गया. बावजूद उसे डेंगू का मरीज मानकर इलाज होता रहा. 29 को एलाइजा टेस्ट के लिए भेजा गया. पांच घंटे में होने वाला एलाइजा टेस्ट की रिपोर्ट आने में पांच दिन लग गये. इस दौरान वह फेफड़े की इंफेक्शन व कार्डियक प्रॉब्लम से जूझता रहा, लेकिन चिकित्सक उसे डेंगू वार्ड में भरती कर उसका इलाज करते रहे. अंततोगत्वा उसकी मौत दो सितंबर की सुबह हो गयी. उसकी मौत के बाद एलाइजा रिपोर्ट आयी, जिसमें डेंगू निगेटिव बताया गया है.