भागलपुर: जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर जोड़-तोड़ शुरू हो चुकी है. कुछ पार्षद अपने साथियों को एक पार्षद के पक्ष में गोलबंदी कर रहे हैं, तो क्षेत्र के सांसद, पूर्व सांसद व विधायक भी अपने चहेतों की मदद में आगे आने लगे हैं. अगस्त 2013 में भी शाहकुंड क्षेत्र की पार्षद निर्मला दास के नेतृत्व में कुछ पार्षदों के विरोध के स्वर फूटे थे. उस वक्त पार्षदों को समझा-बुझा कर मामले को शांत करा दिया गया था.
इस बार कुछ पार्षदों का कहना है कि वे लोग नये अध्यक्ष को चुन कर ही रहेंगे. पार्षदों को एकजुट करने के लिए भाजपा विधायक से लेकर पूर्व सांसद के साथ-साथ राजद, भाजपा, कांग्रेस व अन्य दलों से जुड़े नेता भी लगे हुए हैं. पर वर्तमान अध्यक्ष सविता देवी के पति गोपाल मंडल भी राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं.
इस वजह से अध्यक्ष के समर्थकों को विश्वास है कि इस बार भी अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं पास हो पायेगा. गोपाल मंडल विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक हैं.
मौजूदा जिप अध्यक्ष 2006 में भी जिप अध्यक्ष थी. उस समय जब उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था उस वक्त भी कई ऐसे पार्षद थे जो नहीं चाहते थे कि अविश्वास प्रस्ताव लाया जाये. इस बार पहले तो अविश्वास प्रस्ताव लाने में विरोधी पार्षद सफल हो पायेंगे या नहीं यह तो समय बतायेगा. अगर ऐसा हो भी जाता है तो कई नये दावेदार भी अध्यक्ष पद की दौड़ में आ जायेंगे. इस लिहाज से भी पार्षद अपनी-अपनी लॉबी करने में लगे हुए हैं. अब तीन फरवरी को इस मामले में कुछ नयी तसवीर उभर कर सामने आ सकती है. इसके बाद छह या सात को अविश्वास प्रस्ताव लाने की दिशा में कार्य किया जा सकता है.