भागलपुर : हवाई अड्डा से बरसाती पानी के निकासी के लिए गोपालपुर में अाजादी से पहले बने नाला को एनएच विभाग और उसकी कार्य एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने नजरअंदाज कर दिया है. कार्य एजेंसी गोपालपुर में बाइपास के अलाइनमेंट पर पुराने नाले के ठीक सामने पुलिया बनाने की बजाय इससे लगभग 150 फीट […]
भागलपुर : हवाई अड्डा से बरसाती पानी के निकासी के लिए गोपालपुर में अाजादी से पहले बने नाला को एनएच विभाग और उसकी कार्य एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने नजरअंदाज कर दिया है. कार्य एजेंसी गोपालपुर में बाइपास के अलाइनमेंट पर पुराने नाले के ठीक सामने पुलिया बनाने की बजाय इससे लगभग 150 फीट दूर बना रही है. इस पर मुहल्ले के लोगों ने आपत्ति जतायी है. मुहल्ले के गोपाल मंडल, विपिन पासवान, मीरा देवी, शंकर यादव आदि ने बताया कि नाला के सामने पुलिया नहीं बनने से अक्सर यहां जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होगी.
नाला की मुख्य धारा सड़क बनने से अवरुद्ध हो गया है. बाइपास मार्ग के दोनों ओर के घर परिवार को दिक्कतें आयेगी. उन्होंने बताया कि जिस जगह से बाइपास गुजरा है, उस स्थान से पानी की निकासी होती थी. अब पानी की निकासी जहां पुलिया बन रही है, वहां से होगी. इस कारण वहां जलजमाव होने लगा है. उक्त लोगों ने बताया कि इस बरसात में भी लोगों को जलजमाव का सामना करना पड़ा है.
1965 के सर्वे में नाला का उल्लेख है. मुहल्ले के गोपाल मंडल ने बताया कि वर्ष 1965 के सर्वे में पुराना नाला का उल्लेख है. इसका प्लाॅट नंबर 44 है. यह नाला पुरानी छोटी लाइन के पुलिया (वर्तमान में रेलवे लाइन नहीं है) से होकर आगे बहादुरपुर हाइ स्कूल के नजदीक से होते हुए कतरिया नदी को जाता है.
अधिकारियों से मिले मुहल्ले के लाेग, नहीं बनी बात. मुहल्ले के लोगों ने बताया कि एनएच सहित कार्य एजेंसी के अधिकारियों से मिले, मगर किसी तरह की कोई बात नहीं बनी. एनएच के अधिकारी ने तो खुद स्वीकार किया कि नाला के मुख्यधार के सामने पुलिया बननी चाहिए. कार्य एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि जैसा आदेश है, उसी तरह काम हो रहा है.
स्थायी बाइपास पर किया जा रहा पुलिया का निर्माण.
मुहल्ले के लोगों आवेदन मिला है. इस मुद्दे पर विभागीय बैठक भी हुई है. पुलिया निर्माण की जगह को बदलने के लिए मुख्यालय को भी लिखा गया है. जगह बदल कर पुराना नाला के सामने मुख्य धार पर पुलिया निर्माण होगा. केवल मंजूरी मिलने की देर है.
राकेश कुमार श्रीवास्तव, एचआर हेड, जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड