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माथे पर तिलक व कलाई पर सजेगी चंदन की राखी

भागलपुर: ज्यों-ज्यों सावन आगे बढ़ रहा है, त्यों-त्यों शहर के मुख्य बाजार में राखी की दुकानें बढ़ने लगी हैं. अब तक बाजार में राखी का रौनक देखते ही बन रहा है. लोगों को खासकर चंदन की लकड़ी से बनी डिजाइनर राखियां भा रही हैं, तो बच्चों को बेंटेन राखी पसंद हो रही है. सावन के […]

भागलपुर: ज्यों-ज्यों सावन आगे बढ़ रहा है, त्यों-त्यों शहर के मुख्य बाजार में राखी की दुकानें बढ़ने लगी हैं. अब तक बाजार में राखी का रौनक देखते ही बन रहा है. लोगों को खासकर चंदन की लकड़ी से बनी डिजाइनर राखियां भा रही हैं, तो बच्चों को बेंटेन राखी पसंद हो रही है. सावन के एक माह के दौरान डेढ़ करोड़ से अधिक की राखी के कारोबार की संभावना है.
बच्चों को भा रहा बेंटेन राखी : बच्चों को बेंटेन राखी, टेडी वियर, बार्बी डॉल, स्पाइडर मेन राखी पसंद है. खासकर वे लाइट राखी को अधिक पसंद कर रहे हैं. इसके अलावा स्टोन एवं ब्रेसलेट राखी भी ग्राहकों को अधिक भा रही है. स्टोन राखी पांच से 250 रुपये, बच्चों की राखी तीन से 75 रुपये, लाइट राखी 60 से 120, फैंसी राखी, 10 से 40 एवं ब्रेसलेट राखी 50 से 400 रुपये तक में उपलब्ध हैं.
दिल्ली व जयपुर की राखी को टक्कर दे रही भागलपुर की राखी : भागलपुर में राखी बनाने का लघु उद्योग शुरू हो चुका है. इतना ही नहीं महिलाएं जो राखी तैयार करती हैं, वे दिल्ली, जयपुर एवं कोलकाता से आयी राखी से सस्ती और बेहतर होती हैं. हालांकि भागलपुर में तैयार की गयी राखी बड़े पैमाने पर बाजार में नहीं उतर सकी है. कोतवाली की अर्चना शर्मा बताती हैं कि इस बार राखी बनाने का उद्यम शुरू किया है. मोतियों वाली राखी, कलरफूल स्टोन, सिंगल कलर स्टोर. चाभी का कड़ा, साड़ीपीन में मोती की डिजाइन, लुंबा राखी आदि तैयार किये जा रहे हैं. सहयोगी सुप्रिया शर्मा बताती हैं कि एक राखी बनाने में 10 से 15 रुपये खर्च आता है. यही राखी मार्केट में 30 रुपये में मिलती है.
थोक कारोबारी 50 हजार का रोजाना बेच लेते हैं राखी : राखी विक्रेता के मुताबिक बाजार में 15 से अधिक थोक व 300 से अधिक खुदरा विक्रेता हैं, जो रोजाना क्रमश: 40 से 50 हजार एवं 4000 से 8000 रुपये तक की राखी बेच लेते हैं. राखी दुकानदार अशोक बुधिया ने बताया कि कच्चे धागे से बनी राखियों की मांग बढ़ गयी है. स्टोन की राखी 10 से 100 रुपये तक में बिक रही है. रेशम के धागे की राखी की मांग में कमी आयी है. थोक राखी व्यवसायी सुबोध बताते हैं कि ये राखी राजस्थान, दिल्ली एवं कोलकाता से मंगायी जाती हैं. इस बार मोती व चंदन की राखी का अधिक क्रेज है. ज्यों-ज्यों राखी का त्योहार नजदीक आ रहा है, त्यों-त्यों राखी की बिक्री भी बढ़ती जा रही है. शुरुआत में तो रोजाना 2000 रुपये तक की राखी बिकती है.

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