भागलपुर: आइटीआइ परीक्षा का रिजल्ट मिलने के बजाय पुन: परीक्षा लेने के निर्णय पर छात्र भड़क गये. गुस्साये छात्रों ने सोमवार को घंटाघर स्थित परीक्षा केंद्र एनइसी में तोड़फोड़ की.
समय रहते संचालक की ओर से ग्रिल लगा दिया गया. इससे बड़ी क्षति होने से बच गया. बावजूद छात्रों की ओर से ग्रिल को तोड़ने की कोशिश की गयी. छात्रों ने इलाहाबाद बैंक के बोर्ड को भी दो मंजिले से बैंक के बोर्ड को उखाड़ कर नीचे फेंक दिया. इसमें कई लोग बाल-बाल बच गये. छात्रों ने सड़क पर टायर जला कर प्रदर्शन किया और सड़क को जाम कर दिया.
लगभग डेढ़ घंटे तक घंटाघर पर अफरातफरी मची रही. सूचना मिलने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस की ओर से छात्रों को समझाने-बुझाने की भी कोशिश की गयी, लेकिन छात्र नहीं माने. जाम के तकरीबन एक घंटे बाद डीएसपी वीणा कुमारी पहुंची और छात्रों की समस्या को सुन कर मोबाइल पर डीएम से बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी. उन्होंने छात्रों को डीएम से मिल कर अपनी मांग को रखने कही. इस पहल पर छात्रों ने जाम तो हटा लिया, लेकिन चेतावनी दी कि अगर पहले की परीक्षा का रिजल्ट नहीं मिला, तो आंदोलन करेंगे और किसी भी सेंटर पर परीक्षा नहीं होने दिया जायेगा.
छात्र संजय कुमार ने बताया कि शहर के किसी सेंटर पर परीक्षा नहीं होने दिया जायेगा. प्रदर्शनकारी छात्र सौरभ, छोटू, विवेक, राजन, सोनू आदि ने बताया कि पिछले साल 2013 में आइटीआइ की परीक्षा ली गयी थी. इसका रिजल्ट आने के बजाय पुन: परीक्षा ली जा रही है. परीक्षा सोमवार से तीन दिनों के लिए होगा. इसकी जानकारी भी केवल 10 दिन पहले ही मिली है. जो तैयारी करना नामुमकिन है. उन्होंने बताया कि रिजल्ट नहीं आने से रेलवे की परीक्षा में भाग नहीं ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि जब पेपर आउट बेगूसराय में हुआ, तो वहां की परीक्षा को रद्द किया जाना चाहिए था. लेकिन पूरे राज्य की परीक्षा को रद्द कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया. जबकि डीएम की ओर से भागलपुर में शांतिपूर्वक परीक्षा का संदेश भी भेजा गया था.