भागलपुर : मौसम में लगातार बदलाव से सांस के रोगियों की संख्या बढ़ी है. कभी गरमी, कभी बरसात से लोगों को एडजस्ट होने में दिक्कत हो रही है. इस कारण दमा-खांसी, ब्लड प्रेशर संबंधित बीमारी बढ़ रही है. वरीय चिकित्सकों के अनुसार वायरल फीवर का संक्रमण तेजी हो रहा है. पानी में अशुद्धता से बच्चों में डायरिया व पीलिया की बीमारी हो रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार सिंह के अनुसार बरसात शुरू होते ही बच्चों में डायरिया, पीलिया की शिकायत मिल रही है. प्रतिदिन दो-चार मरीज आ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गयी है.
कुछ सर्दी व खांसी वाले बच्चे भी आ रहे हैं. पानी में अशुद्धता से लूज मोशन व डायरिया हो रही है. पीलिया व डायरिया खाने-पीने में असावधानी से हो रहे हैं. फिजिशियन सह जेएलएनएमसीएच सहायक प्राध्यापक डॉ कपिल कुमार सिंह का कहना है कि दमा-खांसी, ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो जाता है. हृदय रोग व लकवा की संभावना बढ़ जाती है. बाइक चलाने वालों को अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए. थोड़ी गरम महसूस हो तो भी कपड़े में ही रहें.
कभी बरसात, कभी गरमी पड़ने से मनुष्य के शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. ऐसे में सिरदर्द, तनाव, नाक से पानी, ब्राेनकाइटिस, राइनाटिस का लक्षण दिखने लगता है. आदमी सुस्त व बीमार पड़ जाता है. दमा पीड़ितों में लक्षण तीव्र हो जाता है.