बेटे की मौत के लिए डॉ अजय कुमार सिंह पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
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संजय चौहान का अनशन शुरू,जांच की मांग
बेटे की मौत के लिए डॉ अजय कुमार सिंह पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप भागलपुर : संजय चौहान अपने आठ महीने के बेटे की इलाज के दौरान मौत की न्यायिक जांच सहित अन्य कई मांगों को लेकर आयुक्त कार्यालय के सामने बुधवार को अनशन पर बैठ गये. संजय चौहान के बेटे की मौत […]
भागलपुर : संजय चौहान अपने आठ महीने के बेटे की इलाज के दौरान मौत की न्यायिक जांच सहित अन्य कई मांगों को लेकर आयुक्त कार्यालय के सामने बुधवार को अनशन पर बैठ गये. संजय चौहान के बेटे की मौत रविवार को हो गयी थी.
डॉ अजय के क्लिनिक की मानकता का एमसीआइ जांच करे. संजय चौहान ने यह भी मांग की है कि डॉ अजय कुमार सिंह का क्लिनिक मानकों को पूरा नहीं कर रहा है. उन्होंने डॉ अजय के क्लिनिक का एमसीआइ द्वारा जांच कराये जाने की भी मांग की. उन्होंने प्रशासन से डॉ अजय के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की.
बुधवार को संजय चौहान के साथ अभिषेक आनंद भी कुछ देर तक बैठे. अभिषेक ने कहा कि 2008 में उनके भतीजे की मौत भी डॉ अजय के क्लिनिक में हो गया था. अभिषेक ने बताया कि उनके भतीजे की मौत के बाद डॉ अजय ने उल्टा उन्हीं पर केस कर दिया था. उसके बाद उन्होंने भी डॉ अजय पर इलाज में लापरवाही बरतने का केस किया. कंज्यूमर कोर्ट में भी उनका केस चल रहा है.
न्याय मंच ने किया समर्थन.
न्याय मंच ने इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर अनशन पर बैठे संजय चौहान का समर्थन किया. मंच के रिंकु और डॉ मुकेश ने कहा कि निजी नर्सिंग होम से लेकर सरकारी अस्पताल तक में डॉक्टर की लापरवाही की घटना बढ़ती जा रही है. इस कारण मरीजों की मौत हो रही है.
पोस्टमार्टम में ब्रेन की बीमारी से मौत बताया गया
डॉ अजय के बेटे काशी प्रसाद चौहान के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार को पुलिस को प्राप्त हो गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण ब्रेन की बीमारी को बताया गया और उसकी मौत को नेचुरल कहा गया है. सूत्रों की मानें तो ब्रेन को प्रिजर्व कर उसे हिस्टाेपैथोलॉजिकल जांच के लिए जेएलएनएमसीएच के पैथोलॉजी विभाग में भेजने की बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कही गयी है.
डॉ अजय कुमार सिंह के क्लिनिक में गलत इलाज की वजह से जिन लोगों के बच्चों की मौत हुई है मैं उन लोगों से अपील करता हूं कि वे सामने आयें. मेरी मांगें जब तक नहीं मानी जायेंगी मैं यहां से नहीं हटने वाला चाहे मेरी जान ही क्यों न चली जाये. मैं शांतिपूर्वक बैठ कर अपनी जान दे दूंगा.
संजय चौहान
मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है. मामला विचारधीन है, ऐसे में किसी भी प्रकार का दबाव बनाना उचित नहीं है. जो न्यायोचित हो वहीं होना चाहिए.
अजय सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ
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