भागलपुर: जेएलएनएमसीएच में मरीजों को दिये जानेवाले भोजन की गुणवत्ता नहीं सुधरी है. शनिवार को एससीएसटी कमेटी द्वारा अस्पताल के कैंटीन सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण किया गया था. रविवार को भी मरीजों ने बताया कि भोजन की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है. भोजन बनानेवाले जगह पर भी चारों ओर गंदगी और मक्खियां रहती है. चिकित्सकों द्वारा कहा जाता है कि जिस भोजन पर मक्खी-मच्छर बैठ जाये उसे खाने से कई बीमारियां हो सकती है. रविवार को 519 मरीजों को भोजन दिया गया.
मरीजों ने बताया
मरीजों ने बताया कि कच्च चावल व पानी मिला दाल दिया गया. सुबह में चार पीस ब्रेड व थोड़ी सी दूध दी गयी वो भी पानी मिला हुआ. शाम चार बजे एक कप चाय व दो पीस बिस्कुट दिया गया. रविवार को दिन के भोजन में मिठाई देने का नियम है पर मिठाई नहीं दी गयी. नवगछिया से अपने मरीज का इलाज कराने आये मुकेश मंडल ने बताया कि यहां का खाना अगर नियमित मरीज खा लेगा तो उसे दूसरी बीमारी हो जायेगी.
हमलोग बाहर के दुकानदार को ऑर्डर देकर खाना बनवा कर मरीज को खिला रहे हैं. ऑपरेशन के बाद डॉक्टर साहब खिचड़ी खिलाने बोले थे पर यहां तो खिचड़ी नहीं मिलती. बाहर से खिचड़ी लाये हैं. दूध भी सुधा का खरीद कर गरम कर दे रहे हैं. बांका जिले के शंभुगंज प्रखंड निवासी प्रमोद भगत ने बताया कि अस्पताल में इतना निरीक्षण मंत्री जी व अन्य अधिकारी करते हैं पर कोई सुनवाई नहीं होती है.