भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कार्यालय की कार्यशैली से खफा छात्र संगठनों ने शनिवार को प्रशासनिक भवन में तालाबंदी कर दी. छात्रों को अरजेंट रसीद कराने के बाद भी प्रमाणपत्र निर्गत नहीं करने और अधिकारियों के अनुपस्थित रहने के कारण इसकी शिकायत नहीं कर पाने के चलते छात्र उबल गये. इसके बाद छात्र समागम व छात्र संघर्ष समिति की जिला इकाई ने ताला जड़ दिया.
इसके कारण दोपहर करीब एक बजे से विश्वविद्यालय का कामकाज ठप हो गया. विश्वविद्यालय में शनिवार को केवल सीसीडीसी डॉ राजीव कुमार सिन्हा व कुलानुशासक डॉ रामप्रवेश सिंह उपस्थित थे. छात्रों का कहना था कि इन दोनों अधिकारियों से उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया. जो अधिकारी समाधान कर सकेंगे, वे विश्वविद्यालय में नहीं हैं. ऐसे में आखिर वे कहां जायेंगे. मुंगेर से आये मो तौरीज उद्दीन ने बताया कि वे तारापुर अनुमंडल कार्यालय में डाटा इंट्री ऑपरेटर का काम करते थे. पार्ट थ्री में पिछले साल ही उत्तीर्ण हुए. प्रमाणपत्र के लिए बार-बार छुट्टी लेकर विश्वविद्यालय आने के कारण उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. वे टीइटी उत्तीर्ण कर चुके हैं. नियोजन इकाई को प्रमाणपत्र सौंपना जरूरी है. निर्धारित अवधि में ऐसा नहीं हुआ तो यह नौकरी भी हाथ से चली जायेगी.
कमोबेश यही स्थिति आदमपुर के मुकेश कुमार की भी थी. अरजेंट रसीद कटाने के बाद भी प्रमाणपत्र नहीं दिया जा रहा था. इसी बात पर उक्त दोनों छात्र संगठन उबल पड़े. तालाबंदी करने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. छात्र संगठनों का आरोप था कि अगर पदाधिकारियों को अनुपस्थित ही रहना था, तो किसी सक्षम पदाधिकारी को प्रभार क्यों नहीं सौंपा गया. इस मौके पर छात्र समागम के जिला उपाध्यक्ष बमबम प्रीत, विकास यादव, मुकेश यादव, मो इस्माईल, मो अशफाक, राजा मंडल, चंदन प्रसाद, आशीष, सिंटू, मो फुरकान, छात्र संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष शिशिर रंजन, निलेश यादव, मुकेश कुमार, फुलैना सिंह, बमबम यादव, पिंटू खेतान, अंकित कुमार, आशीष कुमार, दारा यादव आदि मौजूद थे.
छात्र संगठनों की मांगें
विश्वविद्यालय में समय पर कार्यालय में अधिकारी मौजूद रहें, छात्रों की समस्या का शीघ्र निबटारा हो, स्थायी परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति हो, वर्तमान में कार्यरत सभी पदाधिकारियों के कार्यकाल की विजिलेंस से जांच हो, कुलसचिव डॉ ताहिर हुसैन वारसी को सभी चार पदों से मुक्त किया जाये, बैचलर सभी पार्ट का परीक्षाफल शीघ्र प्रकाशित हो, पीजी सेमेस्टर थ्री की परीक्षा तिथि घोषित हो, एसएम कॉलेज प्राचार्य पर लगे फंड के बंदरबांट के आरोप की जांच हो.