भागलपुर : बच्चों की स्कूल फीस हो या फिर बिजली का बिल अथवा कोई भी अन्य बिल जमा करने की फुरसत नहीं है, तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. आनेवाले दिनों में समय की कमी के कारण बिल भरने से संबंधित होने वाली तमाम दिक्कतों का समाधान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया करेगा. हर माह बिल आते ही बैंक खुद से आपका जरूरी कार्य कर देगा.
यह संभव होगा रिजनल इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरेंस सिस्टम (आरइसीएस) सुविधा के तहत. अधिकारियों के मुताबिक आरबीआइ की ओर से बैंकों को सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जा रहा है. जल्द ही एसबीआइ को भी सॉफ्टवेयर उपलब्ध हो जायेगा. उन्होंने बताया कि केवल ग्राहकों को एक सहमति पत्र देना होगा.
इसके बाद चाहे तो स्कूल, कॉलेज आदि अन्य संस्थाएं सीधे बैंक को उपभोक्ता बिल भेजें या फिर उपभोक्ता अपना बिल स्कैन करा कर बैंक को इमेल कर दें. इसके बाद बैंक उपभोक्ताओं के खाते से संबंधित उपभोक्ता संस्था को भुगतान कर देगा. इससे उपभोक्ता ना केवल झंझट से बचेंगे, बल्कि उनके समय की भी बचत होगी.
अधिकारियों ने बताया कि वैसी संस्थाएं जो कर्मचारियों को वेतन या मानदेय का भुगतान चेक से करते हैं, तो वह भी बैंक को एकमुश्त राशि दे सकते हैं. उसके सूची के अनुसार कर्मचारियों के खाते में वेतन का भुगतान बैंक कर देगा.
चेक क्लीयरेंस दो घंटे में
अधिकारियों ने बताया कि स्पीड क्लीयरेंस सिस्टम के जरिये आने वाले दिनों में चेक जमा करने के अगले दो घंटे में बैंक खाते में जमा कर देगा. ज्यादा से ज्यादा दो घंटा से अगले दिन तक हर हाल में चेक क्लीयरेंस हो जायेगा.