सीतामढ़ी: रुन्नीसैदपुर में माकपा कार्यकर्ताओं व विभिन्न संगठनों के लोगों ने 24 घंटे से पैसेंजर ट्रेन को रोक रखा है. वे रुन्नीसैदपुर स्टेशन से थोड़ी दूरी पर न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन बनाने की मांग कर रहे हैं. इनका कहना है कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती है, तब तब वे ट्रैक से नहीं हटेंगे. ट्रेन को गुरुवार को उस समय रोक लिया गया, जब वह सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर जा रही थी. जानकारी के मुताबिक, न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन बनाये जाने की मांग काफी समय से की जा रही है. तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने यहां हाल्ट बनाने की घोषणा की थी. यह मांग पूर्व विधायक भोला राय ने की थी.
वहीं, स्थानीय सांसद अजरुन राय न्यू रुन्नीसैदपुर नाम के स्टेशन का शिलान्यास कर चुके हैं. सांसद अब भी कह रहे हैं कि वह स्थल स्टेशन ही है. वहीं, रेल अधिकारियों का कहना है कि वहां हाल्ट प्रस्तावित है, जिस पर काम हो रहा है. टेंडर निकाला गया है. अभी वहां किसी ट्रेन को नहीं रुकना है. इसके बाद भी जबरन वहां पर ट्रेनों को रोका जा रहा है.
जिस स्थान पर ट्रेन को रोक कर रखा गया है, वहां से आधा किमी की दूरी पर रुन्नीसैदपुर बस स्टैंड है. लोगों का कहना है कि जब ट्रेन को रोका गया था, तभी यात्रियों को यह आशंका हुई थी कि ट्रेन को ज्यादा समय तक रोका जा सकता है. इसी वजह से आधा घंटे के अंदर यात्री बस व अन्य साधनों से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गये. सीतामढ़ी के आरपीएफ दारोगा वेद प्रकाश वर्मा का कहना है कि ट्रेन 24 घंटे से रुकी है, लेकिन उसमें कोई यात्री नहीं है. सभी ट्रेन से जा चुके हैं.
समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीसीएम हुमायूं ने बताया कि न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन की मांग को लेकर ट्रेन को गुरुवार से रोक कर रखा गया है. मौके पर हॉल्ट को पास कर दिया गया है. इसका टेंडर हो चुका है. 27 को टेंडर डालनेवालों का साक्षात्कार होगा. इसके बाद जनवरी में हॉल्ट काम करने लगेगा. जहां तक रुन्नीसैदपुर स्टेशन का नाम बदलने की मांग है, ये हमारे अधिकार क्षेत्र की बात नहीं है. हम इसके लिए केवल प्रस्ताव भेज सकते हैं.
रेलखंड पर चलती हैं दो ट्रेनें
मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड पर दो जोड़ी ट्रेनें चलती हैं. इनका परिचालन मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी के बीच होता है. ट्रेनों का नंबर क्रमश: 55505 व 55281 है. प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार से 55505 से रोक रखा है. इस वजह से रेलखंड पर चलनेवाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.