Advertisement
आनंद के मोबाइल से सिम किसने निकाला
भागलपुर : तातारपुर थाना क्षेत्र के पुरानी सराय स्थित एक लॉज में इंटर के छात्र आनंद कुमार ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने आनंद के दोस्त और उसके कमरे की तलाशी ली जिसमें उसका मोबाइल तो मिला पर उसमें सिम नहीं था. एेसे में सवाल है कि आनंद के मोबाइल से सिम […]
भागलपुर : तातारपुर थाना क्षेत्र के पुरानी सराय स्थित एक लॉज में इंटर के छात्र आनंद कुमार ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने आनंद के दोस्त और उसके कमरे की तलाशी ली जिसमें उसका मोबाइल तो मिला पर उसमें सिम नहीं था.
एेसे में सवाल है कि आनंद के मोबाइल से सिम किसने निकाला. आनंद के दोस्त ने बताया कि उसके मोबाइल में दो सिम था जिसमें एक भी नहीं मिला. आनंद ने अपनी मां से गुरुवार की सुबह अपने दोस्त के मोबाइल से बात की. तातारपुर इंस्पेक्टर अजय कुमार मौके पर मौजूद थे. उन्होंने बताया कि आनंद और उसके दोस्त के कमरे की तलाशी के बाद भी उसके मोबााइल के सिम का पता नहीं चल पाया.
दोस्त के कमरे में क्याें लगायी फांसी. आनंद लॉज के जिस कमरे में रहता था उस कमरे में उसने फांसी नहीं लगायी. उसने बगल के कमरे में रहने वाले अपने दोस्त कुणाल और राजीव रंजन के कमरे में फांसी लगायी. कमरा अंदर से बंद था. वेंटिलेटर और पीछे की खिड़की से उसे देखा गया.
उस कमरे के दरवाजे को पुलिस ने तोड़ा. इससे एक सवाल उठ रहा है कि उसने दोस्त के कमरे में ऐसा क्यों किया. आनंद ने अपने कमरे में ताला बंद कर रखा था. पुलिस ने उसके कमरे का ताला तोड़ा पर उस कमरे में कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे उसके आत्महत्या करने का कोई कारण पता चल सके.
सभी को वहां से निकलने दिया तब लगायी फांसी. आनंद के साथ कमरे में रहने वाले उज्जवल कुमार ने बताया कि आनंद सुबह देर से जगा और लगभग दस बजे वह ब्रश कर रहा था. उज्जवल ने बताया कि उसी समय वह बागबाड़ी स्थित अपने नाना के घर चला गया.
आनंद के बगल के कमरे में रहने वाले राजीव और कुणाल भी कोचिंग चले गये. राजीव ने बताया कि जब कोचिंग जा रहा था तब आनंद ने उससे उसके कमरे की चाबी मांग ली और कहा कि वह उसके कमरे में कुछ देर बैठना चाहता है. राजीव और कुणाल ने बताया कि जब वे कोचिंग से लौट कर आये तो पता चला कि आनंद ने आत्महत्या कर ली. आनंद के दोस्तों ने बताया कि वह पढ़ने में काफी तेज था और व्यवहार भी उसका काफी अच्छा था.
अस्पताल नहीं पहुंचाया मेरे मिट्ठू को
आनंद के आत्महत्या करने की खबर मिलते ही उसके परिजन लॉज पहुंचे. आनंद की बड़ी बहन का रो-रो कर बुरा हाल था. वह बार-बार कह रही थी कि उसके मिट्ठू को कोई अस्पताल नहीं लेकर गया. वह कह रही थी कि अस्पताल जाता तो उसका भाई बच जाता.
हालांकि पुलिस का कहना है कि आनंद की मौत पहले ही हो चुकी थी इसलिए उसे अस्पताल ले जाने का कोई फायदा नहीं था. वह कह रही थी कि उसका मिट्ठू उसे छोड़ कर क्यों चला गया. आनंद की मां और उसके पिता का भी बुरा हाल था. आस-पास के लोग उन्हें सांत्वना दे रहे थे. आनंद दो भाइयों में बड़ा था जबकि उसकी बहन उससे बड़ी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement