भागलपुर : गोराडीह प्रखंड स्थित खुटहा स्वास्थ्य उपकेंद्र अव्यवस्था का शिकार है. यहां कागज पर, तो प्रभारी एएनएम समेत तीन एएनएम की ड्यूटी लगायी गयी है, लेकिन जब बुधवार करीब 12 बजे उक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र पर प्रभात खबर की टीम पहुंची तो एक भी एएनएम ड्यूटी पर तैनात नहीं मिली.
केंद्र के मुख्य गेट पर डबल ताला जड़ा था. बाद में उपकेंद्र के बारे में ग्रामीणाें से पूछताछ में पता चला कि कहने को तो इस केंद्र पर तीन एएनएम की ड्यूटी लगायी गयी है, लेकिन कभी-कभार ही आते हैं. अस्पताल की हालत देखकर नहीं लग रहा था कि केंद्र रोजाना खुलता है. गौरतलब है कि खुटहा के इस स्वास्थ्य उपकेंद्र पर बड़ी खुटहा, नयाचक खुटहा, बनगांव, पासवान टोला, साह टोली, महादलित टोला आदि सात-आठ गांवों की आबादी निर्भर है.
सात-आठ दवा में दो दवा एक्सपायरी
खुटहा स्वास्थ्य उप केंद्र के प्रभारी के टेबल पर सात-आठ प्रकार की दवा अस्त-व्यस्त तरीके से रखी मिली. कुछ दवा थैले में और कुछ दवा जमीन पर रखी थी. टेबल पर दो दवा कारवोमाइजिन और हेलाजोन टेबलेट एक्सपायरी थी. दोनों दवा जून 2015 में ही एक्सपायर हो गयी थी. मौके पर इलाज कराने आयी नयाचक की ममता देवी और मेदनी देवी ने बताया कि सभी मरीजों को यहां एक ही प्रकार की दवा दी जाती है. जब पूछा कि यहां तो कुछ दवा एक्सपायरी है, तो उनलोगों ने बताया कि वे लोग पढ़े-लिखे नहीं हैं. मैडम जो दवा देती हैं, उसे ही वे लोग खाते हैं.
प्रसव ऑपरेशन थियेटर पर थी धूल की परत. गर्भवती महिलाओं के प्रसव कराने के लिए स्वास्थ्य उप केंद्र में एक ऑपरेशन थियेटर बना हुआ है. वैसे एएनएम किरण कुमारी ने बताया कि दिसंबर में ही दो महिलाओं का प्रसव कराया गया है, लेकिन ऑपरेशन थियेटर देखकर नहीं लग रहा था कि पिछले तीन-चार महीने से ऑपरेशन थियेटर का उपयोग हुआ है. ग्रामीणों ने भी बताया कि उनलोग को तो पता नहीं है कि यहां प्रसव हुआ है.
न मरीज, न ही एएनएम की हाजिरी
स्वास्थ्य उप केंद्र पर न तो मरीजों के नाम दर्ज करने वाला कोई रजिस्टर मिला और न ही केंद्र पर जो तीन एएनएम ड्यूटी पर हैं उनका ही हाजिरी का रजिस्टर मिला. मौके पर पहुंच एएएनएम किरण कुमारी से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हो सकता है प्रभारी एएनएम रजिस्टर्ड ले गयी होंगी.
क्या कहते हैं ग्रामीण . स्वास्थ्य उप केंद्र के बारे में जब ग्रामीण राजू झा, रवि कुमार आदि से पूछा तो बताया कि उप केंद्र की स्थिति काफी दयनीय है. ग्रामीणों ने बताया कि उप केंद्र रहने के बावजूद भी गांव के लोगों को सदर अस्पताल और मेडिकल अस्पताल इलाज के लिए जाना पड़ता है. तीन एएनएम को यहां तैनात किया गया है, लेकिन नियमित नहीं आने से उप केंद्र का फायदा लोगों को नहीं मिल पाता है. यहां डॉक्टर की तैनाती नहीं रहने से भी लोगों को परेशानी होती है.
कहते हैं उप केंद्र प्रभारी
खुटहा स्वास्थ्य उप केंद्र के प्रभारी एएनएम पुष्पम सिन्हा से मोबाइल पर बात की, तो उन्होंने बताया कि वे प्रतिनियुक्ति पर यहां ड्यूटी कर रही थीं. बुधवार को प्रभारी फिरोज इकबाल के कहने पर मूल पदस्थापित पीएचसी उस्तू गांव में ड्यूटी पर हैं. वहीं एएनएम किरण कुमारी ने बतायी कि वे और दूसरी एएनएम संगीता रानी टीकाकरण अभियान में लगी हुई हैं. जब प्रभारी संजय घोष से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उप केंद्र कैसे नहीं खुला है, इसकी जानकारी एएनएम से लेते हैं.
कहते हैं प्रभारी सिविल सर्जन
एसीएमओ सह प्रभारी सिविल सर्जन रामचंद्र प्रसाद को जब खुटहा स्वास्थ्य उप केंद्र के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि उप केंद्र कैसे बंद पड़ा है, इसकी जानकारी प्रभारी से लेते है. अगर एेसी स्थिति है तो दोषी एएनएम पर कार्रवाई की जायेगी.