भागलपुर: पटना में हुए विस्फोट का विस्फोटक बसों के जरिये ही पटना पहुंचाया गया था. इसके खुलासे के बाद बिहार में बसों से ढ़ोये जाने वाले सामान की जांच आवश्यक कर दी गयी है, लेकिन भागलपुर में बसों में रखे सामान की पुलिस जांच नहीं कर रही है. इसका आतंकी फायदा उठा सकते हैं. यहां से बिहार-झारखंड, बंगाल के कई शहरों में लंबी दूरी की बसे खुलती है.
इन बसों पर भारी मात्र में सामान ढोया जाता है. सामान में क्या भेजा जा रहा है, कभी इसकी पड़ताल नहीं होती. बस ऑनर एसोसिएशन भी इस मामले में गंभीर नहीं है. उनके पास भी सामान की जांच का कोई मशीन या स्कैनर नहीं है. रांची, जमशेदपुर, सिल्लीगुड़ी, पटना, धनबाद, देवघर, हजारीबाग, बोकारो आदि शहरों के लिए भागलपुर से खुलने वाली बसों में यात्री से ज्यादा सामान रहता है, फिर भी पुलिस का ध्यान इस ओर नहीं है.
थाना को जांच का है निर्देश
सामान व यात्री लेकर बस जहां से खुलती है, वहां की पुलिस सामान की जांच करती है. बस जिन-जिन थाना क्षेत्रों से गुजरेगी, वहां भी जांच करने का नियम बना है. दो राज्यों की सीमा, पुलिस चेक पोस्ट पर बस से यात्रियों को उतार उनके सामान की जांच करने का प्रावधान है, लेकिन भागलपुर में सारे नियम-कानून बस मालिक ताख पर रखते हैं.