भागलपुर: दो साल छह दिन बाद खानकाह-ए- शहबाजिया के सज्जादानशीं मौलाना सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी हुजूर मिया साहब पहली बार खानकाह से बाहर निकले. मंगलवार को सज्जादानशीं पैर का इलाज कराने भागलपुर से कुरुक्षेत्र हरियाणा के लिए रवाना हो गये. खानकाह के लोगों की मानें, तो पिछले कुछ दिनों से सज्जादानशीं को नमाज पढ़ने के दौरान पैर में तकलीफ महसूस हो रही थी.
हरियाणा कुरुक्षेत्र स्थित निजी नर्सिग होम में उनके पैर का उपचार किया जायेगा. उनके साथ में दो मुरीदीन भी गये हैं.
हजरत को स्टेशन पर छोड़ने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. इस मौके पर खानकाह के परिवार के लोग के अलावा स्थानीय सांसद के भाई सैयद शहबाज हुसैन आदि उपस्थित थे. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 के चार मई को दिल्ली में इलाज के दौरान 15वें सज्जादानशीं का इंतकाल दिल का दौरा पड़ने से हो गया था. आठ मई 2011 को वर्तमान सज्जादानशीन की ताजपोशी की गयी थी. पूर्वजों की परंपरा के अनुसार सज्जादानशीन खानकाह हद बंदी में ही रहते थे.