भागलपुर: जिलाधिकारी आदेश तितरमारे और एसएसपी विवेक कुमार ने सोमवार को काली पूजा विसर्जन व छठ पर्व से पहले घाटों का मुआयना किया. इस दौरान बरारी घाट से चंपानाला तक एक-एक करके श्रद्धालुओं के मुख्य रूप से भीड़ वाले घाट में सुविधाओं का जायजा लिया.
जहां-जहां सुविधाओं में कमी दिखाई दी, वहां पर नगर निगम के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. नाथनगर के चंपानाला में पानी की कमी के सवाल पर डीएम ने कहा कि पर्व से पहले हनुमान डैम से पानी छोड़ा जायेगा. डीएम व एसएसपी की टीम के साथ जिला प्रशासन से अपर समाहर्ता(विभागीय जांच) श्यामल किशोर पाठक, डीसीएलआर सुबीर रंजन, गोपनीय प्रभारी चंदन कुमार के अलावा नगर निगम प्रबंधक व स्वास्थ्य प्रबंधक भी साथ थे. डीएम ने बताया कि घाट पर श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधा दी जायेगी. पर्व के दौरान घाटों पर कंट्रोल रूम बनेगा और वहां पर महिलाओं के लिए अस्थायी चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की जायेगी. दौरे में डीएम ने श्रीरामपुर घाट के चचरी पुल का भी मुआयना किया. यहां पर दुर्गा पूजा विसर्जन में पुल टूट गया था. उन्होंने विशेष तौर पर पुल निर्माण निगम को मरम्मत करने का निर्देश दिया.
बरारी पुल घाट का मुआयना करते डीएम व एसएसपी.
20 माह में पूरा करें बाइपास का काम : डीएम
डीएम आदेश तितरमारे व एसएसपी विवेक कुमार ने सोमवार को घाटों के निरीक्षण के दौरान जीरोमाइल से दोगच्छी तक बननेवाले बाइपास निर्माण का जायजा लिया. डीएम ने निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से पूरी जानकारी लेने के बाद कहा कि बाइपास निर्माण निर्धारित दो साल के बजाय एक साल आठ माह में पूरा करें. डीएम ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जाम से निजात बाइपास के पूरा होने के बाद ही संभव होगा. इस कारण काम को तेजी से कराया जाय. निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने डीएम के सामने रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के मामले की चर्चा की थी. उन्होंने कहा कि शहर को जाम से मुक्ति दिलाने को लेकर यह पहला कदम है. इस कारण वह बाइपास के कार्य का मुआयना करने गये थे.
डीएम ने माना, यह होंगे फायदे
सड़कों पर कम हो जायेगा ट्रैफिक का दबाव.
दर्जनों गांव सीधे बाइपास से जुड़ जायेंगे
शहर और बाइपास के बीच के गांव की बदल जायेगी तसवीर
सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक-चौबंद
भागलपुर में शांतिपूर्ण चुनाव के बाद अब प्रशासन के सामने दीपावली व काली पूजा को संपन्न कराना चुनौती है. इस चुनौती को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. जिले में संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर लिया गया है और कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की व्यवस्था की गयी है. 10 से 14 नवंबर तक जिला स्तर पर कंट्रोल रूम में दिन-रात तीन अलग-अलग पाली में पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ वरीय प्रभार के तौर पर अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) श्यामल किशोर पाठक को दिया गया. दीपावली व काली पूजा के दौरान जिला में 393 जगहों पर दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी. सभी दंडाधिकारियों के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल प्रतिनियुक्त होंगे. कुछ दंडाधिकारी रिजर्व भी हैं. 10 नवंबर को सुबह छह बजे प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल पर आयेंगे और 14 नवंबर या मूर्ति विसर्जन तक तैनात रहेंगे. यह सभी प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद ही अपना प्रतिनियुक्ति स्थल छोड़ेंगे. काली पूजा विसर्जन के दिन 18 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जायेगी.
1500 जवानों की होगी तैनाती
काली पूजा के मद्देनजर जिला में 1500 जवानों की तैनाती की गयी है. शहर के चौक -चौराहों से लेकर गांव तक में पुलिस की व्यापक स्तर पर तैनाती की जायेगी. विसर्जन के दौरान भागलपुर से लगी सीमा को सील कर दिया जायेगा. जिले में प्रवेश करने वाले लोगों व वाहनों की सघन जांच की जायेगी. एसएसपी विवेक कुमार ने बताया कि शहर से गांव तक आरएएफ, सैफ और बीएमपी पुलिस के लगभग 1500 पुरुष व महिला जवान की तैनाती की जायेगी. इधर काली पूजा त्याेहार पर शहर में हो रही भीड़ व चहल के बीच सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए सोमवार की शाम कोतवाली इंस्पेक्टर के नेतृत्व में सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया. इंस्पेक्टर ने बताया कि फ्लैग मार्च में आधी कंपनी रैफ व आधी कंपनी बीएसएफ के जवान शामिल थे.