खरीक: भारत सरकार के वस्त्र मंत्रलय द्वारा संचालित बुनकर सेवा केंद्र भागलपुर के तत्वावधान में खरीक प्रखंड के मिरजाफरी गांव में माह भर चलने वाले समेकित कौशल विकास कार्यक्रम के तहत टेक्सटाइल डिजाइन प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को शुरू हुआ. शिविर का उदघाटन भागलपुर उद्योग केंद्र के जीएम ई रामचंद्र सिंह ने किया. इस मौके पर ई रामचंद्र सिंह ने कहा कि मिरजाफरी गांव के बुनकर काफी मेहनती हैं.
जल्द ही मिरजाफरी के आदर्श ग्राम की घोषणा प्रशासनिक स्तर से की जायेगी. जीएम ने कहा कि बुनकरों के लिए सरकार कई तरह की लाभ कारी योजना चला रही है. बुनकर अब दो लाख तक का ऋण बिना किसी गारंटी के ले सकते हैं. बुनकरों द्वारा लिए गये ऋण की माफी की पक्रिया प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि कर दी गयी थी. उन्होंने ने कहा कि ऋण अदा नहीं करने पर बैंक को कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया है.
यहां के पांच लोगों जिन्होंने क्ष्ण लिया है, उनके ऋण की माफी होगी. बैंकों को इस संबंध में विभागीय निर्देश भी दिलवाया गया है. जीएम ने कहा कि बुनकर को ऋण पर छह फीसदी ही व्याज देना होगा. इनके लिए कार्यशील पूंजी की भी व्यवस्था की जा रही है. इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र के उपनिदेशक प्रभारी एचके गुप्ता ने कहा कि मिरजाफरी में मिरजाफरी चौपाल और मिरजाफरी मोमिन टोला में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है. इस मौके पर सीडीइ रंजीत कुमार, राकेश कुमार, परवेज, खुर्शीद आलम आदि उपस्थित थे.
बुनकरों ने किया हंगामा
प्रशिक्षण कार्यक्रम से वंचित रहे खरीक कलस्टर के बुनकरों ने समारोह से पूर्व ही मिरजाफरी दास टोला चौपाल पर जम कर हंगामा किया. बुनकरों की शिकायत थी कि उन लोगों को प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया. कई बुनकरों ने यह भी शिकायत की कि खरीक कलस्टर के सीडीइ रंजीत कुमार बैठक या समारोह की सूचना नहीं देते हैं. बुनकरों ने अध्यक्ष और सीडीइ रंजीत कुमार को हटाने की मांग की है. ऐसे बुनकरों में मो अफसार अंसारी, नरेश कुमार, नैयर अंसारी, बिष्णुदेव दास, खरीक कलस्टर के सचिव अफसार अंसारी आदि हैं. हंगामे के दौरान उपनिदेशक प्रभारी एचके गुप्ता भी मौजूद थे.