18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

त्योहार उनके लिए भी है, पर वे ड्यूटी पर हैं

भागलपुर : मंगलवार को दोपहर लगभग 12 बजे खंजरपुर स्थित एसबीआइ के मेन ब्रांच से निकलते एक एएसआइ पंडाल की सुरक्षा का जायजा लेने जाने वाले हैं. क्या बतायें, बेटा आया है घर पर. दुर्गा पूजा की छुट्टी में. पर मुझे देखिए. मैं घर नहीं जा सकता. ड्यूटी जो करनी है. पुलिस की नौकरी जो […]

भागलपुर : मंगलवार को दोपहर लगभग 12 बजे खंजरपुर स्थित एसबीआइ के मेन ब्रांच से निकलते एक एएसआइ पंडाल की सुरक्षा का जायजा लेने जाने वाले हैं. क्या बतायें, बेटा आया है घर पर. दुर्गा पूजा की छुट्टी में. पर मुझे देखिए. मैं घर नहीं जा सकता. ड्यूटी जो करनी है. पुलिस की नौकरी जो है.

उन्होंंने इतनी बात इसलिए कह दी क्योंकि वे पहले ही इस बात का आश्वासन ले चुके हैं कि उनका नाम नहीं छापा जायेगा. यह सिर्फ एक एएसआइ की नहीं बल्कि पुलिस डिपार्टमेंट के सभी पुलिस कर्मी की कहानी है. जब आम लोग अपने परिवार के साथ त्योहारों मना रहे होते हैं उस समय पुलिस के अधिकारी और सिपाही ड्यूटी पर होते हैं.

आम लोग देर रात तक पूजा पंडाल घूमने में इसलिए सुरक्षित महसूस करते हैं क्योंकि पुलिस सुरक्षा में मुस्तैद रहती है.बेटे को कहा है, पापा के साथ घूम लेना मेलासुरक्षा में तैनात बिहार पुलिस की महिला सिपाही चांदनी लखीसराय की रहने वाली है. छह साल का बेटा है, विवेक. वह जिद कर रहा है. चांदनी को फोन पर कहता है, मम्मी तुम आओ न दुर्गा पूजा में. चांदनी बेटे को पुलिस की नौकरी के बारे में समझा नहीं सकती. पर आने के बाद उसे मनचाहा गिफ्ट देने की बात कह किसी तरह शांत करने की कोशिश करती है चांदनी. चांदनी ने विवेक से कहा कि वह अपने पापा के साथ मेला घूम ले. भरी आंखों से चांदनी इतना ही कह पाती है, नौकरी तो करनी है न. त्याग तो करना ही होगा. छुट्टी का नाम मत लीजिए, ड्यूटी पर लग जाइए सरकारी दफ्तर बंद हो गये हैं. प्राइवेट सेक्टर में भी दुर्गा पूजा की छुट्टी दी गयी है.

पर पुलिस की नौकरी करने वालों को न सिर्फ दुर्गा पूजा बल्कि दीवाली से छठ तक छुट्टी मांगने की अनुमति नहीं है. विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारी और सिपाहियों की तैनाती पूजा पंडालों में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए कर दी गयी है. हम गाड़ियों से घूम पाते हैं क्योंकि …शहर में त्योहारों के दौरान बड़ी समस्या यातायात को नियंत्रित करने की होती है. व्यस्त चौक-चौराहों से काफी संख्या में गाड़ियां गुजर रही हैं.

यातायात की समस्या को दूर करने के लिए काफी संख्या में पुलिस के जवान लगाये गये हैं. चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान आते जाते लोगों को सिर्फ देख सकते हैं वे अपनी जगह से हट नहीं सकते. जिले में कितने पुलिसकर्मी और कितनी छुट्टियां जिले में कुल कार्यरत पुलिस अधिकारी और सिपाहियों की बात करें तो इंस्पेक्टर 17, एसआइ 134, एएसआइ 166, हवलदार 167, सिपाही 1384 और चालक सिपाही 12 हैं. पुलिसकर्मियों की छुट्टी की बात करें तो इन्हें 16 दिनों का आकस्मिक अवकाश और 20 दिनों का क्षतिपूर्ति अवकाश मिलता है. एक साल में अर्जित अवकाश के दिनों की संख्या 33 है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें