भागलपुर: गांधी विचार विभाग के छात्राओं से उत्पीड़न मामले में निलंबित शिक्षक डॉ गिरीश चंद्र पांडे के राजभवन से प्राप्त पत्र के आधार पर एचएस कॉलेज हवेली खड़गपुर में योगदान देने का मामला तूल पकड़ने लगा है. कुलपति डॉ एनके वर्मा ने बताया कि विवि प्रशासन आजतक डॉ गिराश पांडे का निलंबन वापस नहीं लिया है.
वे आज भी विवि प्रशासन की नजर पर निलंबित ही हैं, क्योंकि डॉ पांडे ने सीधे राज भवन से पत्र प्राप्त कर एचएस कॉलेज हवेली खड़गपुर में योगदान दिया है. मामला हाई लेवल का है. इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी.
मंगलवार तक विवि प्रशासन को राज भवन से योगदान मामले में कोईआदेश प्राप्त नहीं हुआ है. कुलपति ने बताया कि यौन उत्पीड़न मामले में भी राज भवन को ही निर्णय लेना है. राज भवन से विवि को पत्र आया है कि यौन उत्पीड़न मामले में 11 सदस्यीय नयी टीम बनाये. टीम की अध्यक्ष महिला हो.
यही टीम यौन उत्पीड़न मामले में फिर से जांच शुरू करेगी. जबकि इस मामले में कुलपति के द्वारा पहले से बना तीन सदस्यीय टीम को भंग कर दिया गया है. दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट राज भवन को भेजने को कहा है. इस बाबत कुलपति ने नयी जांच कमेटी से जल्द जांच कर रिपोर्ट मांगी है. इधर, डॉ गिरीश चंद्र पांडे ने बताया कि हवेली खड़गपुर कॉलेज में योगदान के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय से पत्र निर्गत किया गया है. इसके अलावा राज भवन से भी पत्र भेजा गया है. अगर कोई जानकारी नहीं होनी की बात करते है, तो यह दुखद है. रजिस्ट्रार को यह पता है कि वे कॉलेज में योगदान दे चुके हैं.